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ललितपुर : कहीं बच्चे तो कहीं गुरुजी मिले गायब, परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिये बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विद्यालयों के लगातार निरीक्षण

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ललितपुर : कहीं बच्चे तो कहीं गुरुजी मिले गायब, परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिये बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विद्यालयों के लगातार निरीक्षण

ललितपुर ब्यूरो : परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शैक्षिक स्तर में सुधार के लिये बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विद्यालयों के लगातार निरीक्षण किये जा रहे है। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विकासखण्ड जखौरा के विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान कहीं बच्चों की संख्या शून्य मिली, तो कहीं स्कूल में शिक्षक नहीं मिले। इसे गम्भीरता से लेते हुये कार्यवाही के निर्देश दिये गये है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की दशा और दिशा सुधारने के प्रयास किये जा रहे है। इसी क्रम में प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एनएल शर्मा ने विद्यालयों का निरीक्षण किया, जिसमें तमाम खामियाँ उजागर हुई। उन्होंने 25 अपै्रल सोमवार को प्राथमिक विद्यालय पिपरियावंशा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान विद्यालय में तैनात सभी शिक्षक-शिक्षिकायें मौजूद रहे। विद्यालय में 223 छात्र-छात्रायें पंजीकृत है, जिसके सापेक्ष 3 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। उच्च प्राथमिक विद्यालय पिपरियावंशा में तीन शिक्षक-शिक्षिकायें तथा 2 अनुदेशक तैनात है, जिनमें सभी उपस्थित मिले। विद्यालय में 104 छात्राँकन के सापेक्ष केवल 5 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। उच्च प्राथमिक विद्यालय जीरोन में 3 शिक्षक-शिक्षिकायें, दो अनुदेशक व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात है। विद्यालय में 134 छात्रांकन के सापेक्ष 14 छात्र-छात्रायें उपस्थित मिले। उन्होंने विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की कम उपस्थिति पर नाराजगी जताते हुये प्रधानाध्यापकों को उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने मध्याह्न भोजन की हकीकत जानी, जिसमें पाया कि एमडीएम निर्धारित मीनू के अनुसार पकाया जा रहा है। प्रभारी बीएसए ने 23 अपै्रल को भी विद्यालयों का निरीक्षण किया। उच्च प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान विद्यालय की स्थिति देखकर वह दंग रह गये। विद्यालय में एक भी विद्यार्थी उपस्थित नहीं मिला जबकि छात्राँकन 176 का है। निरीक्षण के दौरान सुबह 7.15 बजे प्रधानाध्यापक उजागर सिंह, सहायक अध्यापक नीलम यादव तथा सुमन कुमारी विद्यालय में उपस्थित हुये, जिन्हे निर्धारित समय पर विद्यालय पहुचे हेतु निर्देशित किया गया। प्राथमिक विद्यालय कुआतला में 6 शिक्षक-शिक्षिकायें और 1 शिक्षामित्र तैनात है। विद्यालय का छात्राँकन 240 है, जिसके सापेक्ष निरीक्षण के दौरान 10 विद्यार्थी मौजूद मिले। प्राथमिक विद्यालय बैरवारा में भी छात्राँकन बहुत कम मिला। यहाँ 89 के सापेक्ष केवल 6 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। इस बारे में प्रभारी बीएसए ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप विद्यालयों के शैक्षिक स्तर में सुधार के प्रयास किये जा रहे है। शैक्षिक स्तर सुधार में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्यवाही भी अमल में लाई जायेगी।
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छात्रांकन बढ़ाने पर दिया जोर
निरीक्षण में कम बच्चे मिलने पर एक शिक्षक ने अवगत जताया कि काफी प्रयास के बाद भी बच्चे स्कूल नहीं आ रहे है तो क्या किया जाये? इस पर प्रभारी बीएसए एनएल शर्मा ने उच्च प्राथमिक विद्यालय जीरोन में तीन विद्यालयों के एसएमसी अध्यक्ष, प्रधानाध्यापकों और अभिभावकों को बुलाकर गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में उन्होंने निर्देशित किया कि घर-घर जाकर बच्चों को स्कूल भेजने के लिये अभिभावकों को प्रेरित करे।
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रसोइया भी करेगी छात्रांकन बढ़ाने में मदद
परिषदीय विद्यालयों के छात्रांकन को बढ़ाने में स्कूलों में तैनात रसोइया भी मदद करेगी। प्रभारी बीएसए ने स्कूलों में कम उपस्थिति को बेहद गम्भीरता से लिया है। उन्होंने विद्यालयों में तैनात रसोइयों को भी छात्रांकन बढ़ाने में सहयोग करने के निर्देश दिये है। निर्देशित किया गया कि प्रत्येक रसोइया अपने क्षेत्र से चार-पाँच बच्चों को रोजाना स्कूल लायें और अन्य अभिभावकों को भी बच्चों को स्कूल भेजने के लिये प्रेरित करे।


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