दस माह बाद भी नहीं मिली शिक्षक को राहत
- जुलाई माह में गबन के आरोप में हुआ था निलंबन
हाथरस : बेसिक शिक्षा विभाग में सबकुछ जायज है। हाथरस ब्लाक के बघराया में तैनात शिक्षक के खिलाफ गबन करने की शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित बीएसए से की थी। दस माह बीत जाने के बाद भी शिक्षक की जांच पूरी नही हो सकी है। इस कारण उसे निलंबन का दंश अभी तक झेलना पड़ रहा है। आर्थिक तंगी के दौर से शिक्षक गुजर रहा है।
बघराया विद्यालय में सुरेश कुमार सेंगर की तैनाती थी। शिक्षक काफी अच्छा कार्य कर रहे थे। तभी ग्रामीणों की बात न मानना उन्हें मंहगा पड़ गया। ग्रामीणों ने विद्यालय के करीब साठ हजार रुपये का गबन का आरोप शिक्षक पर लगा दिया। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और बीएसए से की थी। बीएसए ने बिना जांच पड़ताल कराए आरोपों पर ही शिक्षक को निलंबित कर सिकंदराराऊ अटैच कर दिया। पिछले दस माह से जांच चल रही है, जो अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। जबकि शिक्षक से जो साक्ष्य मांगे गये थे वो समय से उपलब्ध करा दें। विभागीय अधिकारियों ने संबंधित बैंक से भी रिकार्ड मांगा था। बैंक अधिकारियों ने भी विभागीय अधिकारियों को रिकार्ड उपलब्ध करा दिया। वही एक प्रशासनिक अधिकारी ने तो शिक्षक को क्लीन चिट भी दे दी थी। इसके बाद भी न तो शिक्षक की जांच पूरी की जा रही और न ही उसे बहाल किया जा रहा। इससे वह काफी परेशान है और मानसिक तनाव झेल रहा है। बताते चलें कि निलंबन हो जाने के बाद आधा वेतन शिक्षक को मिल रहा है। इससे उसके घर के खर्चे भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं। आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा शिक्षक जांच पूरी होने के इंतजार में लगातार अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहा है। लेकिन नतीजा जस का तस बना हुआ है। बताते हैं किसी भी शिक्षक को छह माह से अधिक समय तक निलंबित नहीं रख सकते। इस दौरान या तो उस पर आरोप सिद्ध हो रहे हैं तो कार्रवाई तय कर दी जाये। वरना उसे बहाल करके विद्यालय में भेजा जाए। वैसे भी बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी चल रही है। बीएसए देवेन्द्र गुप्ता की माने तो जांच पड़ताल चल रही है। पत्रावली जल्द ही जिलाधिकारी के पास भेजी जाएगी।