स्कूल समय में बीएसए कार्यालय में नो इंट्री
गाजीपुर: स्कूल छोड़कर बीएसए कार्यालय का अनावश्यक चक्कर लगाने वाले शिक्षकों की बेसिक शिक्षा विभाग में अब नो इंट्री होगी। अगर कोई विकास भवन स्थित बीएसए कार्यालय में आता भी है तो उसे पहले वहां आगंतुक रजिस्टर में अपना नाम पता सहित पूरा विवरण दर्ज करना होगा कि वह किस कार्य से यहां आए हैं। बीएसए चंद्रकेश ¨सह यादव ने शनिवार से ही यह नई व्यवस्था लागू कर दिया है।
परिषदीय विद्यालयों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। सरकार व विभाग के लाख प्रयास करने के बाद भी इसकी दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही है। अभी पिछले दिनों खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस सच को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी परिषदीय विद्यालयों का स्तर सुधर नहीं पा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि शिक्षकों का एक वर्ग बच्चों को पढ़ाने में कम नेतागीरी करने में ज्यादा दिलचस्पी लेता है। ऐसे शिक्षक स्कूल छोड़कर सिर्फ जिला मुख्यालय का चक्कर काटते रहते हैं, इससे बीएसए कार्यालय में अनावश्यक भीड़ लगी रहती है। वहीं विद्यालय में पढ़ाई भी नहीं होती। बीएसए को लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी। यह भी सूचना मिली कि कुछ शिक्षक या कथित शिक्षक नेता बाबुओं से मिलकर विभागीय कार्याें को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों पर लगाम कसने के लिए बीएसए ने यह नई व्यवस्था शुरू की है।
आगंतुक रजिस्टर की होगी समीक्षा
- बीएसए कार्यालय में कुछ शिक्षक स्कूल छोड़कर अनावश्यक घूमते रहते हैं। स्कूल समय में कोई भी शिक्षक बीएसए कार्यालय में नहीं दिखना चाहिए। अगर वह किसी आवश्यक कार्य से आए हों तो आगंतुक रजिस्टर में अपना पूरा विवरण व किस काम से आए हैं का विवरण दर्ज करना होगा। समय-समय पर आगंतुक रजिस्टर की समीक्षा भी की जाएगी। यह व्यवस्था शनिवार से ही लागू कर दी गई है।
- - चंद्रकेश ¨सह यादव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।