चित्रकूट : बच्ची स्कूल के अन्दर, ताला बंद कर घर चली गईं हेडमास्टर
चित्रकूट, कार्यालय संवाददाता । गांव शीतलपुर तरौंहा के स्कूल का ताला बंद कर हेडमास्टर व सहायक अध्यापिका घर चली आई पर स्कूल में एक बालिका रह गई। दोपहर बाद बच्ची के चीखने-चिल्लाने पर जब ग्रामीणों का ध्यान उधर गया तो सूचना डीएम तक पहुंची। बीईओ हेडमास्टर को लेकर स्कूल पहुंचे और बच्ची को बाहर निकाला। बीईओ चन्द्र मोहन सिंह का कहना है कि स्कूल बंद करते समय लापरवाही की गई है। इस पर कार्रवाई की जाएगी।
गांव शीतलपुर तरौंहा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दोपहर स्कूल की हेडमास्टर कुसुम देवी स्कूल बंद करवाकर घर चली गई। यहां कक्षा सात की छात्रा अंकिता पुत्री रामनाथ कमरे में ही रह गई। बच्ची इस कदर डर गई कि वह बोल नहीं पा रही थी।
वहीं का दिलीप सिंह स्कूल के पास हैंडपंप पर पानी लेने गया तो उसने बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनी। दिलीप सिंह ने पहले बीएसए को फोन लगाया पर बैठक में होने से उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर उसने सीधे डीएम को फोन कर दिया।
बैठक में ही डीएम के निर्देश पर मानिकपुर बीईओ प्रमोद कुमार गुप्ता व कर्वी बीईओ चंद्रमोहन सिंह गांव पहुंचे। इसी बीच सूचना पाकर हेडमास्टर कुसुम देवी भी स्कूल पहुंची। ताला खोलकर बच्ची को बाहर निकाला गया। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) चन्द्रमोहन सिंह ने बताया कि बच्ची के पास किताब कॉपी कुछ नहीं मिली। स्कूल के अन्दर वह कैसे रह गई, इससे वह खुद हैरान हैं। स्कूल एक तरह से पूरा खुला रहता है। इस मामले की रिपोर्ट उन्होंने बीएसए को दी है।
हेडमास्टर का कहना है कि स्कूल में 23 बच्चे पंजीकृत हैं जिसमें सिर्फ सात बच्चे आए थे। उन्होंने अपने सामने स्कूल बंद कराया। इस घटना में गहरी साजिश है। इसकी जांच होनी चाहिए। उधर ग्रामीणों में हेडमास्टर को लेकर आक्रोश साफ नजर आया। आरोप है कि जल्दी स्कूल से घर पहुंचने की हड़बड़ी में बच्ची को बंद किया गया।
📢 सबक ध्यान दें मास्साहाब नहीं तो कारवाई तय
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