अंबेडकरनगर : स्कूलों में अब तीन घंटे बिताएंगें डिप्टी साहब
अंबेडकरनगर : परिषदीय विद्यालयों में अनुशासन और शिक्षण गुणवत्ता में सुधार का नया नजरिया तय किया गया है। इसे साकार करने में खंड शिक्षा अधिकारियों की भूमिका बेहद अहम होगी। वजह प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारी को रोजाना संबंधित शिक्षा क्षेत्र के एक परिषदीय विद्यालय में अनिवार्य तौर पर जाना होगा। विद्यालय खुलने से पहुंचने वाले डिप्टी साहब यहां तीन घंटे बिताने के बाद ही वापस लौटेंगे। व्यापक निरीक्षण किए जाने की रणनीति बनाए जाने के दौरान खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों की मनमानी पर नकेल कसने का खास इंतजाम किया गया है। इसके तहत पूर्व घोषित निरीक्षण के दौरान पहुंचने वाले खंड शिक्षा अधिकारियों को संबंधित विद्यालय में तीन घंटे मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है। यहां शिक्षण व्यवस्था के साथ ही गुणवत्ता पर चर्चा करते हुए मूल्यांकन किया जाएगा।
खंड शिक्षा अधिकारी सुनिश्चित करेंगे की सभी विद्यालय सुबह समय से खुल रहे हैं। निर्धारित समय के भीतर छात्रों की प्रार्थना सभा आयोजित होने के साथ ही नैतिक शिक्षा का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। इसके उपरांत कक्षाओं का संचालन शुरू होगा। बीएसए ने प्राथमिक विद्यालयों तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए समय सारिणी का निर्धारण करते हुए खंड शिक्षा अधिकारियों को इसका अनुपालन कराए जाने को निर्देशित किया। पठन-पाठन में प्रमुख तौर पर गणित, विज्ञान, ¨हदी भाषा के अलावा हमारा परिवेश को ध्यान देने का निर्देश दिया।
उन्होंन बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रत्येक माह 20 निरीक्षण अनिवार्य तौर पर करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसका अनुपालन करते हुए प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारी 10 निरीक्षण औचक करेंगे। इसके अलावा 10 निरीक्षण करने से पहले संबंधित विद्यालय को इसकी पहले सूचना दी जाएगी। विशेष परिस्थिति को छोड़कर तय तिथि को सुबह स्कूल खुलने से पहले खंड शिक्षा अधिकारी को उक्त विद्यालय पहुंचना होगा। इस बीच प्रत्येक विद्यालय परिसर और कक्षा में होने वाली पढ़ाई समेत शिक्षकों की गतिविधियों की निगरानी करते हुए चर्चा कर मूल्यांकन किया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) सीबी पांडेय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि नवीन रणनीति से सुधार की उम्मीद की जा रही है।