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रायबरेली : घरों के कमरों व छप्परों के नीचे चल रहे बिना मान्यता के स्कूल

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घरों के कमरों व छप्परों के नीचे चल रहे बिना मान्यता के स्कूल

लालगंज (रायबरेली): शिक्षाविभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते क्षेत्र में घरों के कमरों व छप्परों के नीचे बिना मान्यता के शिक्षण संस्थाएं फल फूल रही हैं। कई विद्यालय ऐसे हैं, जिन्होंने मान्यता तो महज प्राइमरी की ले रखी है, लेकिन कक्षाएं इंटर तक की संचालित कर रखी है। कभी जांच न होने का नतीजा है कि विद्यालय संचालक भारी भरकम फीस के नाम पर अभिभावकों की जेबे खाली करने में जुटे हैं।

कस्बे के विभिन्न मोहल्लों, आलमपुर के सूदनखेड़ा व पूरेनौरंग समेत, अम्बारा, चिलौला, उतरागौरी, चांदाटीकर, बहाई, ददरी, चांदा, गों¨वदपुर वलौली, बेहटा, शाहपुर, कुंहड़ौरा, सातनपुर आदि ऐसे गांव है। कई विद्यालय मान्यता से अधिक कक्षांए संचालित करा रहे हैं तो कई की मान्यता ही नहीं है। कई स्कूल ऐसे हैं जो घरों के कमरों में चल रहे हैं, जिनमें न तो बच्चों के बैठने की उचित व्यवस्था है और न ही पर्याप्त रोशनी व हवा आने का प्रबंध। यह हाल केवल लालगंज विकास खंड का ही नही है सरेनी व खीरों भी इससे अछूते नही है।सरेनी चौराहे से लेकर भोजपुर तक विद्यालयों का संजाल फैला है।शिक्षा को व्यवसाय बना चुके विद्यालय संचालक न केवल बिना मान्यता के प्राइमरी से लेकर इंटर तक की कक्षाएं अप्रशिक्षित अध्यापकों को रख कर संचालित करा रहे हैं बल्कि कई विद्यालयों ने तो स्कूल से ही कापी,किताब, यूनीफार्म, जूते आदि लेने की पाबंदी लगा रखी है।अभिभावक बच्चे के भविष्य को देखकर अपनी जेबे खाली करने में जुटे हैं और शिक्षाविभाग के अधिकारियों की अनदेखी का पूरा लाभ विद्यालय संचालक उठाने में लगे हैं।इन पर सरकारी फरमानों का भी कोई असर नही होता,सरकारी अवकाशों के दिन भी स्कूल खोलने वाले मनमाने प्रबंधक फीस के नाम पर दो सौ से लेकर डेढ़ हजार रुपए प्रतिमाह तक कक्षा के अनुसार वसूलने में जुटे हैं वहीं प्रति वर्ष प्रवेश शुल्क के नाम पर हजारों रुपए ले रहे हैं।

चिन्हित हो रहे ऐसे विद्यालय

बीएसए ने पत्र जारी कर सभी एनपीआरसी को उनके क्षेत्र में संचालित हो रहे गैर मान्यता प्राप्त अथवा मान्यता से अधिक कक्षाएं संचालित करने वालें विद्यालयों की जांच कर सूची मांगी थी।इस बाबत पूंछने पर खंड शिक्षाधिकारी लालगंज रामललित वर्मा ने बताया कि विद्यालय चिन्हित कर सूची बीएसए कार्यालय भेजी जा चुकी है।वह एक बार फिर से विद्यालयों की जांच करा रहे हैं। गैर मान्यता प्राप्त अथवा मान्यता से अधिक कक्षाएं संचालित करने वाले विद्यालयों संचालकों को नोटिस भेजी कर कार्रवाई की जाएगी।

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