गौरा चौराहा (बलरामपुर) : शिक्षा क्षेत्र बलरामपुर के परिषदीय विद्यालयों में फैली अव्यवस्थाओं को दूर करने के प्रति जिम्मेदार गंभीर नहीं है। छात्रों सहित शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
केस एक - प्राथमिक विद्यालय सेवरहा में बाउंड्रीवाल नहीं है। अगल- बगल के लोग अवैध कब्जा करके उपले रख रहे हैं। पशुओं को विद्यालय परिसर में बांधा जा रहा है। भवन का फर्श टूटा है। पानी बरसने पर छत से रिसाव होता है। सफाई कर्मी के न आने से शौचालय में गंदगी रहता है। सहायक शिक्षक रुपाली गुप्ता का कहना है कि विद्यालय में 135 छात्र पंजीकृत हैं। चाहरदीवारी न होने का दंश हम लोगों को झेलना पड़ता है। इंडिया मार्का नल खराब है। बच्चों को कम बोर वाले छोटे नल के सहारे रहना पड़ता है।
केस दो - प्राथमिक विद्यालय नौबस्ता का भवन जर्जर हाल में है। फर्श, खिड़कियां, पल्ले, दरवाजा टूटे हैं। इंडिया मार्का नल लगा है, लेकिन चबूतरा नहीं बनाया गया है। जिससे नल के पास पानी का जमाव रहा करता है। यहां 82 छात्र पंजीकृत हैं जिनके पढ़ाई की जिम्मेदारी एकल शिक्षिका मंजूलता शर्मा को संभालना पड़ता है।
केस तीन - प्राथमिक विद्यालय मुड़िला यहां का शौचालय निष्प्रयोज्य साबित हो रहा है। भवन का फर्श जगह-जगह टूटा है। यहां एक सौ छात्रों को पढ़ाने की जिम्मेदारी शिक्षामित्र सहित दो शिक्षिकाओं पर है। एनपीआरसी जानकी प्रसाद ने बताया कि विद्यालय भूमि की पैमाइश के लिए पत्राचार किया गया है।
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स्कूलों का निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी। अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संबंधित शिक्षकों को व्यवस्था में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
-एमपी सिंह
खंड शिक्षा अधिकारी, बलरामपुर