पहले दें मैसेज, फिर मिलेगा अवकाश
गाजीपुर : विद्यालय की मेज पर बिना डेट वाला अवकाश का प्रार्थना पत्र रखकर गायब रहने वाले शिक्षकों के दिन अब लद गए। अब अवकाश लेने से पहले शिक्षकों ने जिला मुख्यालय पर मैसेज करना होगा और यहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही वह अवकाश ले सकेंगे। इसके लिए जिला मुख्यालय पर सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यह निर्देश जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने दिया है। वह अपने कैंप कार्यालय पर गुरुवार को बीएसए व सभी खंड शिक्षाधिकारियों की बैठक ले रहे थे।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर जिलाधिकारी गंभीर हैं। शिकायत मिली थी कि यहां शिक्षक बिना किसी सूचना के अपने विद्यालय में अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर गायब हो जाते हैं। ऐसे शिक्षकों का पेंच कसने के लिए जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग की बैठक ली। बेसिक शिक्षाधिकारी चंद्रकेश ¨सह यादव ने बताया कि जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी विद्यालयों पर बच्चों का सौ फीसद नामांकन किया जाए। एमडीएम नियमानुसार बनाया जाए और विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति भी शत प्रतिशत होनी चाहिए। बीएसए ने बताया कि इसके लिए जिला स्तर पर सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। अगर किसी शिक्षक को अवकाश लेना है तो वह पहले कंट्रोल रूम में फोन कर अपना विवरण दर्ज कराएगा। अगर बिना कंट्रोल रूम को सूचना दिए अवकाश लिया तो उसकी खैर नहीं होगी। सेंट्रल कंट्रोल रूम एक दो दिन में स्थापित कर दिया जाएगा। इसके अलावा जिलाधिकारी ने पढ़ाई में बच्चों की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए कुछ नए-नए तरीके अपनाने को भी कहा। बीएसए ने बताया कि इसके लिए हर रोज एक घंटा बच्चों में खेलकूद कराने का निर्देश दिया गया है। इससे वह स्वस्थ भी रहेंगे और उनका मन भी खेलकूद में लगेगा। हर शिक्षक कक्षा में पहुंचने के बाद विषय पढ़ाने से पहले सात से दस मिनट तक किसी न किसी महापुरुष की जीवनगाथा बच्चों को सुनाएगा। इससे बच्चे अपने महापुरुषों के बारे में जान सकेंगे और उनसे प्रेरित भी होंगे।