लखनऊ : लक्ष्मी महिला विद्यापीठ जूनियर हाईस्कूल का मामला, स्कूल में बच्चे नहीं, फिर भी शिक्षकों की नियुक्ति शुरू
🌑 दो पदों पर आवेदन 17 को साक्षात्कार
🌑 शिक्षिका व बाबू बीएसए कार्यालय से सम्बद्ध
अखिल सक्सेनालखनऊ। राजधानी के सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में शिक्षकों की भर्ती के नाम पर खेल चल रहा है। स्कूल में बच्चे नहीं हैं। बिल्डिंग पर भी प्रबंधन का कब्जा है। फिर भी यहां शिक्षकों की भर्ती का खेल शुरू कर दिया गया।
हद तो ये है कि शिक्षक भर्ती के लिए साक्षात्कार की जगह करीब 25 किलोमीटर दूर माल के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तय की गई है। इसको लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं।मामला बासमंडी चौराह के पास स्थित लक्ष्मी महिला विद्यापीठ जूनियर हाईस्कूल का है। इस स्कूल को राज्य सरकार से अनुदान मिलता है। पिछले काफी समय से इस विद्यालय में शिक्षिकाओं एवं प्रबंधन को लेकर विवाद चल रहा है। जिसकी वजह से मौजूदा समय में इस स्कूल में एक भी बच्चा नहीं है।
विवादों की वजह से उप शिक्षा निदेशक (डीडीआर) उदयभान ने कुछ महीने पहले यहां की प्रबंध समिति भंग करते हुए बीएसए को प्राधिकृत नियंत्रक नियुक्त कर दिया था। साथ ही तीन महीने के अंदर प्रबंध समिति का चुनाव कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन यहां चुनाव न कराकर प्राधिकृत नियंत्रक की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी माल को देकर शिक्षिकाओं की नियुक्ति शुरू कर दी गई। जबकि इस विद्यालय में मौजूदा समय में एक भी बच्चे नहीं हैं। स्कूल में ताला पड़ा है। बिल्डिंग से स्कूल का बोर्ड तक हटा दिया गया है। यहां तैनात गार्ड ने बताया कि स्कूल कब से बंद है, इसकी जानकारी नहीं है।
जिस सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल में एक भी छात्र नहीं है, बिल्डिंग में ताला पड़ा है तो वहां शिक्षिकाओं की भर्ती करने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ दिन पहले जारी किए गए विज्ञापन में दो पदों (अंग्रेजी, गणित, विज्ञान) पर शिक्षिकाओं की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। जिसकी अंतिम तिथि 14 अप्रैल है। यह आवेदन भी खंड शिक्षा अधिकारी माल कार्यालय में डाक से भेजने के लिए कहा गया है। साथ ही 17 अप्रैल को सुबह 11 बजे साक्षात्कार के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।
जो भी बच्चे आते थे, मैनेजमेंट के लोग उन्हें वापस कर देते थे, जिसकी वजह से बच्चे नहीं आए। रही बात स्कूल की तो वहीं पर उसे संचालित कराया जाएगा। जब शिक्षक होंगे तो बच्चे भी आएंगे।शिव प्रकाश, प्राधिकृत नियंत्रक, लक्ष्मी विद्यापीठ जूनियर हाईस्कूल
सूत्रों की मानें तो सहायता प्राप्त लक्ष्मी महिला
विद्यापीठ जूनियर हाईस्कूल में एक शिक्षिका व एक लिपिक की तैनाती है। कुछ समय पहले यहां एक भी बच्चे न होने की वजह से प्रबंधन ने इनका वेतन रोक दिया था। हालांकि बाद में अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद शिक्षिका व कर्मचारी का वेतन जारी कर दिया गया। दोनों को बीएसए कार्यालय में संबद्घ किया गया है।