मैनपुरी: एक तरफ स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। एक सैकड़ा बच्चों को पढ़ाने के लिए कहीं दो शिक्षक हैं, तो कहीं केवल एक, लेकिन जुगाड़ से जिन स्कूलों में तैनाती कराई जा रही है, वहां बच्चे कम और शिक्षक अधिक हैं। शहरी सीमा से लगभग 12 किमी दूर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय चौहानपुर में शिक्षकों की फौज तैनात है। जिलाधिकारी को निरीक्षण के दौरान सबसे खराब स्थिति मिली। स्कूल में 37 बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन एक भी मौके पर नहीं था। 37 बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यालय में सात शिक्षकों की तैनाती की गई है।
प्राथमिक विद्यालय टिकसुरी में जिलाधिकारी लोकेश एम. को शिक्षक तो मिले, लेकिन पंजीकृत 85 बच्चों के सापेक्ष 12 ही मौजूद रहे। उच्च प्राथमिक विद्यालय टिकसुरी में मात्र 10 बच्चे ही उपस्थित थे। प्राथमिक विद्यालय अजीतगंज में 67 बच्चो में से मात्र चार बच्चे ही उपस्थित मिले। जूनियर हाई स्कूल अजीतगंज में 76 व कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय अजीतगंज में 45 पंजीकृत बच्चों में से एक भी छात्र मौके पर नहीं मिला।
विद्यालय के फर्नीचर की दशा भी काफी खराब थी। विद्यालय परिसर में ही शादी का सामान एक कमरे में रखा मिला। प्राथमिक विद्यालय चौहानपुर में 43 बच्चों में से केवल सात ही मौजूद थे। उन्हें शिक्षा मित्र पढ़ा रही थीं। प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक दूसरे कमरे में बैठे मिले। न तो स्कूल में दूध बंटा था और न मध्याह्न भोजन। निरीक्षण के दौरान प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी भारती शाक्य भी मौजूद रहीं।
इनका रोका वेतन
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान गायब और दायित्वों में लापरवाही के आरोप में अनुपम चौहान, नेहा हजेला, सुनील कुमार मिश्र, रवि प्रताप, रामकांती, कमला प्रभाकर, प्रभा देवी, सुरेंद्र कुमार, कुसुमलता, संत कुमार, प्रवीण कुमार यादव, सर्वेश कुमारी, धर्मेंद्र ¨सह, सरोजनी देवी, उमेश चंद्र, मीरा देवी, नीतू, विमलेश कुमारी, मुकेश कुमार, मुरली मनोहर द्विवेदी, अलका, नुजहत अंसारी, सुषमा पचौरी, संध्या कुमारी, अलका यादव, रंजना पांडेय, सुशीला देवी का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुसमरा की प्रधानाध्यापक नुजहत अंसारी, सहायक अध्यापक अल्पना, प्राथमिक विद्यालय दिवनपुर के प्रधानाध्यापक श्रीकृष्ण को अनुशासन में रहने की चेतावनी दी।