लखीमपुर खीरी : बच्चों में पढ़ने की क्षमता का विकास करने के दिए टिप्स, पाठन कौशल विकास एवं सतत मूल्यांकन कार्यशाला शुरू, पहले दिन 100 शिक्षकों को दी गई ट्रेनिंग
डेली न्यूज़ नेटवर्कपलियाकलां-खीरी। कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चों में पाठन कौशल विकास एवं व्यापक मूल्यांकन के लिए चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को मरूआ पश्चिम प्राथमिक विद्यालय परिसर में हुआ। पहले दिन शिक्षकों को कक्षा एक व दो के बच्चों में पढ़ने की क्षमता को विकसित करने के बारे में बताया गया। इससे जुड़े सवालों के जवाब भी ट्रेनर ने दिए।प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोलते हुए एबीआरसी अरूण अवस्थी ने कहा कि बच्चों की पहली आवश्यकता किसी चीज को देखकर उसे समझना होता है, उसके बाद पढ़ने की बारी आती है। जब तक बच्चा पढ़ नहीं पाएगा उसे समझने में दिक्कत होती। शिक्षकों को इसी बात को ध्यान में रखते बच्चों को पढ़ाना होगा। कहा कि कक्षा एक व दो के बच्चों को गिनती सिखाने के लिए कई स्टेप्स अपनाएं। देखें बच्चा एक से लेकर 10 तक की गिनती कितने दिन में सीख रहा है, अगर उसे दिक्कत हो रही है तो समस्याओं को दूर कर आगे बढ़ें। संकेतक के माध्यम से बच्चों को जटिल चीजे सरलता से कैसे समझाएं, इस बारे में भी बताया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम 16 मई तक चलेगा। दो बैच एक साथ चल रहे हैं। ट्रेनर धीरेंद्र शर्मा एवं हरिशंकर गुप्ता ने भी जरूरी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में 100 शिक्षकों ने हिस्सा लिया।