बलिया : 12 वर्षो से विद्यालयों में शिक्षा मित्रों की भांति सेवा दे रहे आचार्य व मदरसा अनुदेशकों ने शासन से लगातार मांगों की अनदेखी किए जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दी
रसड़ा (बलिया) : पिछले 12 वर्षो से विद्यालयों में शिक्षा मित्रों की भांति सेवा दे रहे आचार्य व मदरसा अनुदेशकों ने शासन से लगातार मांगों की अनदेखी किए जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। श्रीनाथ बाबा प्रांगण में रविवार को अनुदेशक एसोसिएशन की बैठक में अनुदेशकों ने इसको लेकर रणनीति तय की।
प्रदेश अध्यक्ष जहीर खान ने कहा कि अनुदेशक वर्ष 2000 से वर्ष 2012 तक लगातार शिक्षा मित्रों की भांति विद्यालयों में कार्य करते रहे हैं। इस बीच शासन से समायोजन की मांग होती रही लेकिन आज तक मात्र कोरा आश्वासन ही मिल सका है। उन्होंने कहा कि अनुदेशक भी एक शिक्षक हैं लेकिन उन्हें शासन उपेक्षा की दृष्टि से देख रहा है। उन्होंने अनुदेशकों से संगठित होकर अपनी मांगों को लेकर अंतिम क्षणों तक संघर्ष करने का आह्वान किया।
कहा कि यदि मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गय तो अनुदेशक अपनी मांगों को लेकर प्रदेश स्तर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस पर भी शासन ने मांगों को नहीं माना तो आत्मदाह के लिए भी तैयार हैं। बैठक में पूर्व अध्यक्ष प्रेम यादव, अनिल ¨सह, सुरेश चंद्र तिवारी, संगीता ¨सह, सरोज यादव, सत्येंद्र ¨सह, कमलेश ¨सह आदि मौजूद थे। अध्यक्षता प्रेमनाथ यादव व संचालन लखुराम यादव ने किया।