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लखनऊ : तीन परिषदीय विद्यालयों को मिलेगा निर्मल अवार्ड, सरैया, धनुआ सांड व कुरौनी स्कूल का नाम पुरस्कार के लिए भेजा गया, 25 विद्यालयों में से हुआ तीन का चयन

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लखनऊ : तीन परिषदीय विद्यालयों को मिलेगा निर्मल अवार्ड, सरैया, धनुआ सांड व कुरौनी स्कूल का नाम पुरस्कार के लिए भेजा गया, 25 विद्यालयों में से हुआ तीन का चयन

डेली न्यूज़ नेटवर्कलखनऊ। राजधानी के तीन परिषदीय विद्यालयों को स्वच्छता के लिए निर्मल पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इसके लिए निर्धारित चयन समिति ने बीकेटी के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय सरैया, मोहनलालगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय धनुआसांड और सरोजिनी नगर के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुरौनी का चयन किया है। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि चयनित विद्यालयों की सूची निदेशालय को भेज दी गई है।मौजूदा समय में बेसिक शिक्षा परिषद के 1,59,400 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें एक लाख 30 हजार बच्चे कक्षा एक से पांच तथा करीब 49 लाख बच्चे छह से आठ तक के विद्यालय में पढ़ते हैं। जबकि राजधानी में 1839 परिषदीय विद्यालय हैं। ज्यादातर में साफ-सफाई की हालत बहुत खराब रहती है। स्थिति यह है कि विद्यालयों में शौचालय होने के बावजूद उसकी स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ। जिससे बच्चे उसका उपयोग नहीं करते हैं। साफ-सफाई के निर्देश के बावजूद स्थिति में कोई खास सुधार न आता देख अब सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने नया तरीका निकाला। उन्होंने प्रत्येक जनपद में तीन-तीन ऐसे विद्यालयों को निर्मल अवार्ड देने का निर्णय लिया जो उत्तम स्वच्छता व्यवहार और सुविधाओं के संचालन व बेहतरीन रख-रखाव में सर्वश्रेष्ठ हैं। इसके लिए कमेटी का चयन भी किया गया। बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि चयन के दौरान कमेटी ने विद्यालय में स्वच्छता से लेकर अन्य बिंदुओं की भी जांच की थी। जिसके आधार पर तीन विद्यालयों का चयन किया गया है।

तीन सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों के चयन से पहले नवाचार कार्यक्रम के तहत 30 विद्यालयों को चयनित कर ब्लॉक स्तरीय मॉडल वॉश के रूप में विकसित करना था। उसके बाद मॉडल वॉश विद्यालय प्रदर्शन के लिए 100 से अधिक छात्र संख्या वाले उन 25 जूनियर हाईस्कूलों का चयन किया गया जहां बालक-बालिका के लिए अलग शौचालय व पेयजल सुविधा उपलब्ध है। उसके बाद बीएसए ने जनपद के सबसे स्वच्छ तीन विद्यालयों का चयन किया।

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