अंबेडकरनगर : साक्षर भारत अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात हुए प्रेरकों को आक्रोश भड़कने लगा
अंबेडकरनगर : साक्षर भारत अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात हुए प्रेरकों को आक्रोश भड़कने लगा है। कार्यों का निर्धारण नहीं किए जाने के साथ ही प्रशिक्षित किए जाने में विलंब को लेकर खफा प्रेरकों ने आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले 11 सूत्री मांगों को बुलंद किया। मानदेय दिए जाने में विषमता पर नाराजगी जाहिर की गई।
नगर के कटरिया याकूबपुर बाग में संगठन की आहूत सभा में बतौर मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सत्येंद्र यादव ने कहा कि वर्ष 2011 से नियुक्ति के लिए चक्कर काट रहे आवदेकों को मार्च 2015 में तैनाती दी गई। बावजूद इसके अभी तक प्रशिक्षण देने का निर्णय नहीं लिया गया है। मानदेय दिए जाने में और जनपदों की अपेक्षा विषमता बरती जा रही है। जनपद स्तर पर बजट उपलब्ध होने के बाद भी समय पर मानदेय नहीं दिया जा रहा है। विगत वर्ष मानदेय 31 मई तक नहीं देकर 20 मई तक ही प्रदान किया गया। जबकि अन्य जिलों में जून माह तक का मानदेय दिया गया है। एक ही जिले में मानदेय भुगतान विभिन्न चरणों में किए जाने को लेकर खफा प्रेरक मानदेय भुगतान के लिए समय नियत करने की मांग पर अड़ गए हैं। साथ ही 2015-16 में मानदेय भुगतान 31 मई तक करने की मांग हुई। जिलाध्यक्ष राहुल पांडेय ने कहा कि अभियान के तहत कार्यालय व्यय के साथ ही प्रतिलोक शिक्षा केंद्र का 12 सौ रुपये अभी तक कहीं आवंटित नहीं किया गया है। सभा का संचालन करते हुए आशुतोष पांडेय ने कहा कि शिक्षा प्रेरकों से मनमाने तौर पर काम लिया जा रहा है। लिहाजा शिक्षा प्रेरकों का कार्य परिभाषित किया जाना अनिवार्य है। संगठन ने शिक्षा प्रेरकों का मानदेय दो हजार रुपये से बढ़ाकर 16 हजार रुपये किए जाने को कहा। महिला प्रेरकों को प्रसूता अवकाश दिए जाने तथा प्रेरकों को राज्य कर्मचारियों की भांति सुविधा देने के साथ ही राज्य कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए। उक्त मांगों का त्वरित निस्तारण नहीं होने पर संगठन ने धरना प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी है। यहां देवेंद्र यादव, पुष्पेंद्र निषाद, राकेश यादव आदि ने सभा को संबोधित किया।