एमडीएम बनवाने के विरोध में खड़े हुए शिक्षक
धरना देते प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं शिक्षक।PC: अमर उजाला
प्राथमिक शिक्षक संघ ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना शुरू करने के विरोध में खड़ा हो गया है। सोमवार को परिषदीय शिक्षकों ने शिक्षक भवन में धरना देकर प्रदर्शन किया। शासन के इस आदेश के खिलाफ बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। जिलाधिकारी राजीव रौतेला को ज्ञापन देकर शिक्षकों ने नई जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग की है।
धरने की अध्यक्षता करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्व में प्रांतीय नेतृत्व और शिक्षा निदेशक से हुई वार्ता में आश्वासन दिया गया था कि ग्रीष्मकालीन अवकाश में शिक्षकों से एमडीएम बनवाने में सहयोग नहीं लिया जाएगा। इसके बावजूद शिक्षकों को एमडीएम बनवाने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन तैयार कराने का दायित्व ग्राम प्रधान या फिर स्वयं सहायता समूह का है। मार्च 2016 में बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन सदन में बता चुके हैं कि शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य नहीं लिए जा रहे हैं। इसके बावजूद यह आदेश थोपा जाना सदन के नियमों का उल्लंघन है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित त्रिवेदी ने कहा कि अनिवार्य शिक्षा अधिनियम में स्पष्ट है कि शिक्षकों से पठन-पाठन के अलावा अन्य कोई कार्य न लिया जाए। शासन-प्रशासन ने उन्हें कठपुतली बना रखा है। जहां भी, जिस काम में जरूरत पड़ी लगा दिया जाता है। इसके बावजूद उनसे शैक्षिक गुणवत्ता सुधार की बात की जाती है। धरने का संचालन जिला महामंत्री विजय त्रिपाठी ने किया। इस दौरान शैलेंद्र सिंह भदौरिया, समीर सिंह, मनीष सचान, विमलेश पाल, धीरेंद्र प्रताप सिंह, मानसिंह, बलराम सिंह, विमलेश पाल, अरुण मिश्रा, वेद सिंह मौजूद रहे।