एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

बलिया : प्रधानाध्यापक निलंबित, चार निर्माण प्रभारियों को

0 comments

बलिया : प्रधानाध्यापक निलंबित, चार निर्माण प्रभारियों को

बलिया : निरीक्षण के दौरान मिली खामियों को गंभीरता से लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार ¨सह ने एक प्रधानाध्यापक को निलंबित किया वहीं शौचालय निर्माण मानक से विपरित मिलने पर चार निर्माण प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। बीएसए डॉ.राकेश ¨सह ने 28 अप्रैल को मुरलीछपरा शिक्षा क्षेत्र के प्रावि भगवानपुर का निरीक्षण किया गया था। उस दौरान अनुपस्थित प्रधानाध्यापक पवन पासवान के बारे में यह तथ्य सामने आया कि उनके पास अन्य कई विद्यालयों का भी प्रभार है, जहां शैक्षिक वातारण का माहौल नहीं है। इस मामले में प्रधानाध्यापक पवन पासवान से एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया था, लेकिन समय समाप्त होने के बाद भी उन्होंने कोई जबाब नहीं दिया। इसे गंभीर मानते हुए बीएसए ने पवन पासवान को निलंबित करते हुए त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित कर दिया। समिति में बीईओ मनियर, सीयर व पंदह क्रमश: राकेश ¨सह, राजेश ¨सह व एके झा शामिल है। वहीं, इसी शिक्षा क्षेत्र के प्रावि लक्ष्मणछपरा नं. एक, कन्या उप्रावि कर्णछपरा, प्रावि कर्णछपरा नं. दो व प्रावि कर्णछपरा नं. तीन पर बतौर प्रभारी शौचालय का निर्माण मानक के
विपरीत कराकर संपूर्ण धनराशि आहरित करने वाले प्रधानाध्यापक नित्यानंद तिवारी से बीएसए डॉ. राकेश ¨सह ने तथ्यपरक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, अन्यथा की दशा में विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

10 तक जमा करें प्रमाणिक प्रति

-जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश ¨सह ने मान्यता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों (अनुदानित छोडकर) के प्रबंधकों से स्थायी मान्यता की प्रमाणित छाया प्रतियां 10 मई तक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करने को कहा है, ताकि शिक्षा निदेशक बेसिक को समय से सूचना प्रेषित की जा सके।
एमडीएम में अब साप्ताहिक फल वितरण
बीएसए डॉ. राकेश ¨सह ने राज्य योजना वर्ष 2016-17 में मध्याह्न भोजन योजनान्तर्गत निर्धारित साप्ताहिक मेन्यू में अतिरिक्त बच्चों को पोषक तत्व उपलब्ध कराये जाने के लिए सप्ताह में एक दिन ताजा एवं मौसमी फल का वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। शासनादेश के क्रम में जनपद में ग्रीष्मावकाश के उपरांत प्रथम सोमवार से योजना के तहत फल वितरण का निर्देश जारी किया गया है। बीएसए ने इसका अनुपालन कडाई से कराने का निर्देश खंड शिक्षा अधिकारियों को दिया है। बीएसए ने बताया कि एमडीएम से आच्छादित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक सोमवार को ताजा मौसमी फल अमरूद्ध, केला, संतरा, नासपाती, चीकू, आडू, शरीफा आदि वितरित किया जायेगा। एक दिवस प्रति छात्र एकफल वितरित किया जाना है। इसके लिए प्रति छात्र चार रुपये की अनमानित लागत आकलित की गई है। बताया कि छात्रों को फल सुबह स्कूल आते ही मार्निंग स्नैक के रूप में दिया जाएगा, ताकि पठन-पाठन से पूर्व उन्हें वांछित मात्रा में
कैलोरी प्राप्त हो सके। कहा कि योजना के तहत पपीता, तरबूज व खरबूजा आदि का वितरित किसी भी दशा में नहीं किया जायेगा। बीएसए ने बताया कि योजना शुभारंभ दिवस पर निर्वाचित प्रतिनिधियों का आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जायेगा।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।