टूंडला (फीरोजाबाद) : प्रदेश व केंद्र सरकारें शिक्षक विरोधी, विधान परिषद सदस्य चेतनरायन ¨सह ने प्रदेश में शिक्षा के पतन की बात
संवाद सहयोगी, टूंडला (फीरोजाबाद): विधान परिषद सदस्य चेतनरायन ¨सह ने प्रदेश में शिक्षा के पतन की बात करते हुए कहा कि वर्ष 1988 तक एशिया में यूपी बोर्ड को सबसे बड़ा माना जाता था। आज अपने ही प्रदेश में यूपी बोर्ड को अधिक महत्व न देकर सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों को तवज्जो दी जा रही है।
विद्युत बोर्ड बैठक में शामिल होने आए एमएलसी चेतनरायन ¨सह ने टूंडला में पत्रकार वार्ता के दौरान केंद्र और प्रदेश सरकारो को शिक्षकों का विरोधी बताया। कहा कि सरकारें शिक्षकों हित में काम नहीं कर रही हैं। पुरानी पेंशन नीति की वकालत करते हुए उन्होंने शिक्षा के बाजारीकरण पर प्रहार किए। कहा, समाज में समानता लाने के लिए सबसे पहले प्राइमरी स्कूलों में समानता लानी होगी। शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए केंद्र सरकार ने पिछड़े क्षेत्रों में 191 मॉडल स्कूल बनवाए हैं।
एक स्कूल की कीमत तीन करोड़ रुपये है। तीन करोड़ प्रति विद्यालय को देने के बाद विद्यालयों को पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) से चलाने के निर्देश दिए हैं। संचालन निजी हाथों में जाएगा और इससे बच्चों का भला नहीं होगा। जिले की विद्युत अनियमितताओं को विधान परिषद में उठाने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व टूंडला स्टेशन पर माध्यमिक शिक्षक संघ पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष गुमान ¨सह यादव, प्रदेश मंत्री राजबहादुर ¨सह, उमेश यादव, अभिलाख ¨सह, विजेंद्र ¨सह, रनवीर ¨सह, राजवीर ¨सह, अमरेश बाबू यादव, ओमकार ¨सह, राजीव यादव, अतिराम ¨सह, मनीष शर्मा, कौशल शर्मा, राम दास वर्मा, महेश चंद्र वर्मा, सौरभ, कमलकांत यादव, बंटी यादव, अटल यादव, भवतोष यादव आदि मौजूद रहे।