रिजल्ट से तैयार हो रही विद्यालयों की 'कुंडली'
जागरण संवाददाता, आगरा: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने और शिक्षकों की जवाबदेही तय करने
जागरण संवाददाता, आगरा: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने और शिक्षकों की जवाबदेही तय करने की मंशा पर काम शुरू हो गया है। वार्षिक परीक्षा परिणाम के आधार पर अब विद्यालयों की कुंडली तैयार की जा रही है। इसके आधार पर उन्हें अलग-अलग श्रेणी में विभाजित किया जाना है।
पिछले शैक्षिक सत्र में शासन ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने को कवायद शुरू की थी। इसके तहत शिक्षकों का प्रदर्शन हर तीन महीने में होने वाले त्रैमासिक टेस्ट के परिणाम से तय किए जाना था। मगर जिले में टेस्ट हुए ही नहीं। इसके बाद वार्षिक परीक्षा को बोर्ड की तर्ज पर कराने के लिए पहली बार बजट जारी किया गया। इसमें उत्तर पुस्तिका को दूसरे शिक्षकों से चेक करवाना था, जिससे की सही मूल्यांकन हो सके। इस मूल्यांकन के आधार पर विद्यालयों को ए बी सी और डी ग्रेड दिए जाने थे। शासन को भी विद्यालयों की ग्रेडिंग रिपोर्ट भेजी जानी थी। हालांकि अभी इसका काम पूरा नहीं हुआ है। सभी विद्यालयों से एक प्रपत्र पर सूचनाएं मांगी गई हैं। इसमें परीक्षाओं में छात्रों का प्रदर्शन, उनकी उपस्थिति आदि बिंदुओं पर सूचना मांगी गई है। इसके आधार पर ग्रेड तय किए जाएंगे। बीएसए ने बताया कि जुलाई में रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।
ऐसे तय होंगे ग्रेड
सभी विद्यालयों को सौ में से अंक दिए जाएंगे। इनमें 100 से 75 अंक प्राप्त करने वाले विद्यालय ए श्रेणी, 60 से 74 वाले बी श्रेणी, 50 से 59 वाले सी और 35 से 49 अंक वाले विद्यालय डी श्रेणी में होंगे।