निजी स्कूलों में पढ़ेंगे 220 गरीब बच्चे
सीतापुर : गरीबी से जूझ रहे शहर के 220 बच्चे अब अंग्रेजी माध्यम के निजी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के सर्वे में स्कूलों की दहलीज से दूर इन बच्चों को शिक्षा के अधिकार के तहत कॉन्वेंट व परिषदीय विद्यालयों में दाखिला दिलाया जाएगा। 30 जून को 'प्रशासनिक जागरण : समस्याओं से समाधान तक' अभियान की शुरुआत के दिन जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी बच्चों के स्कूल में दाखिला का श्रीगणेश करेंगे। बच्चों की फीस से लेकर पुस्तकें व अन्य पठन-पाठन सामग्री का खर्चा विद्यालय प्रबंध तंत्र वहन करेगा।
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग ने शहर के सभी वार्डों में ऐसे बच्चों का सर्वे किया था जो गरीबी अथवा अन्य कारणों से शिक्षा नहीं ग्रहण कर रहे हैं। सर्वे के दौरान 220 बच्चे ऐसे मिले जो गरीब अथवा दिव्यांग हैं। इनमें 13 ऐसे बच्चे हैं जिनका आज तक नामांकन नही हुआ है। 64 ऐसे मिले जिन्होंने बीच में स्कूल जाना छोड़ दिया। 143 बच्चे दिव्यांग हैं जो स्कूल से बाहर है। शिक्षा के अधिकार के तहत कॉन्वेंट स्कूलों में निकट के 25 फीसद गरीब बच्चों के नि:शुल्क शिक्षा दिलाने का प्रावधान है। ऐसे में जिलाधिकारी बच्चों अथवा उनके अभिभावकों की मर्जी के अनुरूप परिषदीय अथवा कानवेंट स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। बीएसए ने बताया कि बच्चों की पुस्तकें व अन्य सामग्री का खर्च भी योजना के तहत प्रबंधतंत्र व बेसिक शिक्षा विभाग उठाएगा। आगामी 30 जून को 'प्रशासनिक जागरण : समस्याओं से समाधान तक' शिविर के दौरान जिलाधिकारी इन बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाएंगे।