आगरा : फर्जी शिक्षामित्रों पर नहीं हुई एफआईआर, खंड शिक्षाधिकारियों को दिए थे एफआईआर के निर्देश, समायोजित शिक्षामित्रों में 40 के प्रमाण पत्र निकले थे गड़बड़
जागरण संवाददाता, आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक बने समायोजित शिक्षामित्रों में से 40 शिक्षामित्र के प्रमाण पत्र गड़बड़ मिले हैं। इसके बावजूद विभाग उनके खिलाफ एफआइआर कराने में आनाकानी कर रहा है। एक साल से इनकी फाइल दबी हुई है। अब ये चुपके से अपना वेतन लगवाने की फिराक में हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया था। प्रथम व द्वितीय बैच के सभी शिक्षामित्रों के प्रमाणपत्रों को सत्यापन के लिए संबंधित बोर्ड को भेजा गया। जिन शिक्षामित्रों की सत्यापन रिपोर्ट आ गई है, उसमें से 40 के प्रमाण पत्र गड़बड़ मिले थे। इन सभी के खिलाफ एक साल पहले संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों को एफआइआर के निर्देश दिए थे। शिक्षामित्रों के दबाव में प्रमाणपत्रों की दोबारा जांच भी कराई गई। उन्हें अपना पक्ष रखने का अवसर भी दिया गया। मगर इसके बाद भी प्रमाण पत्र सही साबित नहीं हुए। इसके बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं, इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। इनकी फाइल भी विभाग में दबा दी। इस मामले में बीएसए धर्मेद्र सक्सेना खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश देने की बात कहकर अपना पल्ला झाड लेते हैं। वहीं, खंड शिक्षाधिकारी एफआइआर दर्ज कराने से इन्कार कर देते हैं।