बीएसए साहब ने कहा कोर्ट में पदोन्नति विचाराधीन के कारण रिक्त पद 438, पदोन्नति 89 की हुयी
बुलंदशहर: बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का भी भगवान ही मालिक है। प्राथमिक विद्यालयों में पदोन्नति के लिए 438 पद रिक्त पड़े हुए हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी केवल 89 पदों पर ही पदोन्नति की तैयारी कर रहे हैं। यदि
रिक्त सभी पदों पर पदोन्नति नहीं हुई तो शिक्षक धरना प्रदर्शन और आन्दोलन की तैयारी कर रहे हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात 1674 सहायक अध्यापकों की वरिष्ठता सूची चस्पा कर दी गई है। सूची में तो विभिन्न तरीके की खामियां है ही साथ ही अधिकारियों ने रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नित करने में भी मनमानी कर रहे हैं। जनपद में पदोन्नति के लिए 1674 में से 438 शिक्षकों की पदोन्नति होनी है, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी मात्र 89 शिक्षकों की पदोन्नति कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने साफ कहा है कि 89 शिक्षकों की पदोन्नति की जाएगी। यदि बढ़ोत्तरी भी की गई तो अधिक से अधिक 100 शिक्षकों की पदोन्नति की जाएगी। शिक्षकों के सामने तो अधिकारियों ने अभी इसका खुलासा नहीं किया है, लेकिन कर्मचारियों के सामने इसका खुलासा कर दिया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो अधिकारियों ने कहा है कि वरिष्ठता सूची पर आपत्ति आने के बाद 100 शिक्षकों की पदोन्नति सूची तैयार की जाए। उसके बाद तय किया जाएगा कि 89 शिक्षकों की पदोन्नति करनी है या 100 शिक्षकों की। पूरे दिन शिक्षक-शिक्षिकाएं पदोन्नति को लेकर चर्चा करते रहे। शिक्षक ललित कुमार, साहब ¨सह, राजेन्द्र ¨सह, सुजीत, अमित कुमार, संजीव कुमार, अजय कुमार ने कहा कि यदि रिक्त पदों 438 पर पदोन्नति नहीं की गई तो शिक्षक एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन करेंगे। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने कहा कि जितने रिक्त पद हैं, उन पर विभागीय अधिकारियों को पदोन्नति करनी होगी। यदि अधिकारी मनमानी करते हैं तो उसके खिलाफ धरना प्रदर्शन एवं आन्दोलन किया जाएगा और शासन तक शिक्षकों के शोषण की बात पहुंचाई जाएगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी वेदराम ने बताया कि वर्ष 2014 में हुई पदोन्नति प्रक्रिया के खिलाफ मामला कोर्ट में चल रहा है। उसको ध्यान में रखते हुए पदोन्नति की जाएगी। यदि उस पदोन्नति को मान लिया गया तो पहले पदोन्नति होने वाले शिक्षकों को कहां समायोजित किया जाएगा।