मुरादाबाद : दस प्रधानाध्यापकों से मांगा स्पष्टीकरण, घटिया मसाले खरीदने में 47 विद्यालय चिन्हित, गैस कनेक्शन के रुपये कर दिये खर्च
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : मिड डे मील के संसाधनों में घपले की पर्त खुलती जा रही हैं। घटिया मसाले खरीदने के मामले में दस विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। पिछले शिक्षा सत्र में मिड डे मील के गैस कनेक्शन ही नहीं खरीदे गये। विद्यालय समिति के खाते में 5000 रुपये भी हस्तांतरित हो गए थे। अब ऐसे प्रधानाध्यापकों पर गाज गिरना तय है ।
जिले में 184 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने गैस कनेक्शन नहीं खरीदे। पूर्व बीएसए मुन्ने अली ने डीएम के निर्देश पर जांच कराई थी, लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद अब जांच रिपोर्ट आई है। जिसमें डीएसओ को गैस कनेक्शन के लिए आवेदन तक नहीं किया गया। शासनादेश में स्पष्ट है कि ग्रामीण प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में कच्चे चूल्हे पर खाना नहीं बनेगा। लेकिन इसके बावजूद भी लकड़ी व उपलों से मिड-डे मील बनाया जा रहा है।
जिले के 47 विद्यालयों में घटिया मसालों का इस्तेमाल मिड-डे मील बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा था। ब्रांडेड मसालों की बजाए खुले हुए मसाले प्रयोग किए जा रहे थे। इन प्रधानाध्यापकों से भी वर्तमान बीएसए कांता प्रसाद ने स्पष्टीकरण मांगा है। जिले में ग्रामीण क्षेत्र के प्राइमरी व जूनियर समेत 1723 विद्यालय हैं।यूनिफार्म वितरण में पिछले शिक्षा सत्र में घपला किया गया था, जिसमें पूर्व बीएसए मुन्ने अली ने तीन शिक्षकों को निलंबित किया था।
मेरे आने से पूर्व मिड डे मील की जांच कराई गई थी, जिसकी रिपोर्ट अब आई है। रसोई गैस कनेक्शन नहीं खरीदने वाले शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है।
-कांता प्रसाद, बीएसए।