एमडीएम बनवाने को लेकर कसी कमर : सूखाग्रस्त घोषित जिलों में एमडीएम बनवाने का है फरमान, परिषदीय विद्यालयों में आज से बनेगा मध्यान्ह भोजन, घर से बुलाए जाएंगे बच्चे
प्रतापगढ़ : शिक्षकों के बहिष्कार की चेतावनी के बीच बेसिक शिक्षा प्रशासन ने एक जून यानी बुधवार से जिले के 2942 स्कूलों में मिड डे मील बनवाने की कमर कस ली है। इसमें सहयोग न करने वाले शिक्षिकों पर कार्रवाई की गाज गिरेगी।
जिले में एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 2035 परिषदीय प्राथमिक विद्यालय, 727 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, 6 समाज कल्याण से सहायता प्राप्त प्राथमिक विद्यालय, 4 मदरसा, 83 बेसिक शिक्षा द्वारा सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल, 8 राजकीय इंटर कालेज, 78 माध्यमिक शिक्षा द्वारा सहायता प्राप्त इंटर कालेजों में 298661 बच्चों के लिए पिछले शिक्षण सत्र में एमडीएम बनाया जाता था। गर्मी के कारण 17 मई से स्कूल बंद होने के कारण एमडीएम का बनना बंद हो गया।
इस बीच प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया कि स्कूल बंद होने के बावजूद सूखाग्रस्त जिलों में मिड डे मील बनवाया जाए और बच्चों को घर से बुला कर भोजन दिया जाए। हालांकि शासन ने यह निर्णय डीएम के विवेक पर छोड़ दिया था कि एमडीएम की बनाने की जरूरत कब से है। डीएम ने सीडीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी से रिपोर्ट मांग लिया। कमेटी की रिपोर्ट के बाद एक जून से मिड डे मील बनाने का निर्णय लिया है।1शासन द्वारा छुट्टियों में मिड डे मील बनाने की घोषणा पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने यह चेतावनी दी कि वे मिड डे मील का बहिष्कार करेंगे। इस चेतावनी के बीच बेसिक शिक्षा प्रशासन ने 1 जून यानी बुधवार से मिड डे मील बनवाने की तैयारी कर ली है। मंगलवार को बीएसए दफ्तर में बैठ कर इसकी मानीटरिंग कर रहे थे।
उन्होंने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को यह निर्देश दिया कि हर हाल में बुधवार से मिड डे मील का वितरण सुनिश्चित किया जाए।