बुलंदशहर: चहेते शिक्षकों को पदोन्नति में लाभ देने का नया खुलासा सामने आया है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने वर्ष 2012 में अंतरजनपदीय स्थानांतरण होकर आए सैकड़ों शिक्षकों में से 6 शिक्षिकाओं को छुट्टी के दिन रविवार को ज्वाइ¨नग करा दी, जबकि नियम के अनुसार सरकारी विभाग में छुट्टी के दिन ज्वाइ¨नग नहीं कराई जा सकती है। बताते हैं कि संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाओं को वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन में लाभ देने के लिए अधिकारियों ने यह खेल किया है।
शासन ने वर्ष 2012 में शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण किए थे। उस समय विभिन्न जनपदों से स्थानांतरण होकर जिले में लगभग 200 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने परिषदीय स्कूलों में ज्वाइ¨नग की थी। पिछले कई वर्षों से जनपद में शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हुई है। पदोन्नति को लेकर विभाग में घमासान मचा हुआ था। शिक्षक संगठनों के दबाव के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने ब्लाक स्तर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं की वरिष्ठता सूची जारी की। ब्लाक के बाद शनिवार को बेसिक शिक्षा कार्यालय पर सूची चस्पा की गई। शिक्षकों द्वारा सूची देखने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नए खेल का खुलासा हुआ। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने वर्ष 2012 में स्थानांतरण होकर आए छह शिक्षक-शिक्षिकाओं को अवकाश के दिन रविवार को ज्वाइ¨नग करा दी। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जितेन्द्र कुमार शर्मा प्राथमिक विद्यालय सिहाली झायां, कृष्णा कुमारी प्राथमिक विद्यालय शेरपुर रौरा-2, ऊषा रानी प्राथमिक विद्यालय नवीनगर-1 जहांगीराबाद एवं वंदना शर्मा प्राथमिक विद्यालय जालखेड़ा-2, पुष्पा गौतम प्राथमिक विद्यालय बंगलापूठरी, सविता भस्कर प्राथमिक विद्यालय धमरावली नंबर-2 बुलंदशहर ब्लाक की 2 सितंबर 2012 को ज्वाइ¨नग दिखाई गई है। 2 सितंबर 2012 को रविवार का दिन था। सवाल यह उठता है कि इस दिन शिक्षा विभाग ने किस आधार पर इन शिक्षिकाओं को ज्वाइ¨नग करा दी? यदि ज्वाइ¨नग नहीं कराई गई तो वरिष्ठता सूची में 2 सितंबर 2012 क्यों दर्शाया गया? विभाग के इस खेल से साफ जाहिर हो रहा है कि अधिकारियों ने पदोन्नति में लाभ देने के लिए ऐसा किया है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि यदि शिक्षिकाओं ने पहले ज्वाइन किया है तो उन्हें दो सितंबर क्यों दर्शाया गया है, यदि बाद में ज्वाइन किया तो पहले क्यों दर्शाया? शिक्षकों ने भी विरोध जताया है।
वरिष्ठता सूची तैयार करने वाले अधिकारियों ने किया खेल
शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि वरिष्ठता सूची बनाने वाले खंड शिक्षा अधिकारी और अन्य लोगों ने सूची में घालमेल किया है। उन्होंने कहा है कि यदि सूची में बदलाव नहीं हुआ तो शिक्षक संगठनों का सहारा लेकर बीएसए कार्यालय का घेराव किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया है कि खंड शिक्षा अधिकारियों के सूची तैयार करने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी उसकी जांच की होगी, लेकिन किसी ने इसमें सुधार नहीं किया।
इन्होंने कहा..
मामला संज्ञान में आया है। शिक्षकों से वरिष्ठता सूची पर आपत्ति मांगी गई हैं। आपत्ति आने के बाद सभी का निस्तारण करते हुए दुबारा सूची चस्पा करेंगे, जिससे सभी शिक्षक-शिक्षिकाओंकी समस्या का समाधान हो सके। पदोन्नति में अपात्र को लाभ नहीं मिलने दिया जाएगा। जो पदोन्नति के दायरे में आएंगे, उन्हें ही लाभ मिलेगा।
- वेदराम, बीएसए।