बरेली : सत्यापन में छह शिक्षकोंं के मार्कसीट फर्जी, जेडी एजुकेशन ने सभी को नोटिस देकर सुनवाई के लिए बुलाया ।
राजकीय स्कूलों में शिक्षक बनने की चाह में कई अभ्यर्थियों ने फर्जी मार्कशीट और प्रमाण पत्र लगा दिए तो कई ने अमान्य शिक्षा बोर्ड का सहारा लिया। इसका खुलासा विभागीय जांच में हुआ है। विभागीय स्तर पर दस्तावेज इकट्ठा कर दोषी अभ्यर्थियों पर विधिक कार्रवाई की तैयारी हो रही है।
प्रदेश भर के राजकीय स्कूल में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। लखनऊ मंडल के 741 पदों के लिए करीब 3731 आवेदन आए थे। भर्ती मेरिट के आधार पर हो रही है। मेरिट में जगह पाने के लिए अभ्यर्थियों के स्तर पर जमकर फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक दीप चन्द ने बताया कि दस्तावेजों का सत्यापन कराया जा रहा है। कुछ फर्जी दस्तावेज सामने आए हैं। शिक्षा बोर्ड भी फर्जी होने की बात सामने आ रही है। फिलहाल, जांच की जा रही है। जांच के आधार पर दोषी अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सोमवार से बंटेंगे नियुक्ति पत्र : 741 पदों के सापेक्ष अबतक करीब 134 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं। कुछ और के दस्तावेजों का सत्यापन हो चुका है। इनके नियुक्ति पत्र सोमवार से जारी किए जाने की उम्मीद है।
यूपी के राजकीय माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के डेढ़ हजार से अधिक पद बढ़ेंगे। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत 2015-16 सत्र में बेसिक शिक्षा परिषद के 258 उच्च प्राथमिक स्कूलों को राजकीय हाईस्कूल के रूप में उच्चीकृत किया गया है।
एक जुलाई से इन स्कूलों में कक्षा 9 में प्रवेश दिया जाएगा। फिलहाल इन स्कूलों में पठन-पाठन की शुरुआत करने के लिए पहले से संचालित दूसरे राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक संबद्ध किए जाएंगे। लेकिन जल्द ही इन स्कूलों में भी पद सृजन की कार्रवाई पूरी होगी।
एक स्कूल में पांच शिक्षक और एक हेडमास्टर के हिसाब से कुल छह पद सृजित होंगे। इस प्रकार 258 स्कूलों के लिए 1548 शिक्षकों की भर्ती करनी होगी। जब तक नई बिल्डिंग नहीं बनती तब तक उच्च प्राथमिक स्कूलों में ही पढ़ाई-लिखाई कराई जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक को 2 जून को पत्र भेजकर इन स्कूलों में जुलाई से कक्षा 9 में प्रवेश की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इन स्कूलों में सह-शिक्षा (को-एजुकेशन) की व्यवस्था की जाएगी यानी लड़के और लड़कियां एक साथ पढ़ेंगे।
अपर निदेशक माध्यमिक रमेश कुमार का कहना है कि एक राजकीय हाईस्कूल में पांच शिक्षक व एक हेडमास्टर के पद सृजन का प्रावधान है।