इलाहाबाद : टीजीटी-पीजीटी परीक्षा के दिशा निर्देशों में हुआ बड़ा बदलाव, सादी कॉपी जमा करने पर मूल्यांकन नहीं
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती में बड़ी संख्या में सादी कॉपी जमा होने के मामले पर शिक्षा महकमा खासा गंभीर है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) परीक्षा 2011 में इस पर सख्ती से अंकुश लगाने की तैयारी है। कड़े निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई परीक्षार्थी सादी कॉपी जमा करता है तो परीक्षक उसे क्रास कर दें, ताकि उसमें हेराफेरी की कोई गुंजाइश न रहे। साथ ही उसका मूल्यांकन भी नहीं होगा।
यह निर्देश शुक्रवार को चयन बोर्ड कार्यालय में प्रदेश के 11 मंडलों के संयुक्त शिक्षा निदेशकों व जिला विद्यालय निरीक्षकों की बैठक में दिए गए। दरअसल सूबे के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए लंबित भर्तियों को तेजी से पूरा किए जाने के प्रयास चल रहे हैं।
आगामी 15 से 17 जून तक टीजीटी-पीजीटी 2011 की परीक्षा होनी है। परीक्षा सकुशल कराने का जिम्मा जेडी एवं संबंधित जिले के डीआइओएस पर ही है। इसीलिए उन्हें बुलाकर निर्देश दिए गए। इसमें आगरा, इलाहाबाद, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, लखनऊ, वाराणसी एवं फैजाबाद शामिल हैं। बैठक में कहा गया कि प्रश्नपत्र एवं ओएमआर शीट कोषागार में सुरक्षित रखी जाएगी। परीक्षा के दौरान कहीं नकल न होने पाए इसके पुख्ता बंदोबस्त किया जाना चाहिए। मंडलायुक्त व जिलाधिकारी इस पर नजर रखेंगे। 1निर्देश दिया गया कि कोई भी परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष में वाइटनर एवं कैलकुलेटर एवं मोबाइल आदि लेकर प्रवेश न कर सके। यहां माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा, चयन बोर्ड के अध्यक्ष हीरालाल गुप्त, सचिव रूबी सिंह, अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा रमेश कुमार आदि मौजूद थे।
कामर्स, कृषि एवं तर्कशास्त्र का साक्षात्कार : चयन बोर्ड में शुक्रवार को कामर्स, कृषि और तर्कशास्त्र का साक्षात्कार हुआ। इसके लिए सभी सात बोर्डो में दिन भर युवाओं के ज्ञान का इम्तिहान लिया गया। इसके बाद 21 व 22 जून कोभूगोल विषय के साक्षात्कार होंगे।