बिना मान्यता विद्यालय, नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़
कुशीनगर: शिक्षा बजारीकरण के इस दौर में प्राइवेट विद्यालयों की क्षेत्र में बाढ़ सी
आ गई है। लुभावने स्लोगन से पटे बैनर व पोस्टर से अभिभावक अच्छी प्राथमिक शिक्षा के नाम पर ठगे जा रहे हैं। रामकोला विकास खण्ड के लक्ष्मीगंज बाजार सहित गांवों व चौराहों पर बड़े पोस्टर, बैनर लगे हुए हैं। इन पर अभिभावकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के आकर्षक स्लोगन लिखे हुए हैं। इसे देख अभिभावक अपने बच्चों की प्राथमिक शिक्षा को लेकर भ्रमित हैं। अधिकांश विद्यालय बिना मान्यता के धड़ल्ले से संचालित किए जा रहे हैं, जबकि बिना मान्यता के विद्यालय संचालित करना दंडनीय अपराध है। ऐसे विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं शिक्षा विभाग सब कुछ जानते हुए भी आंखें बंद किए बैठे है। लक्ष्मीगंज, साहबगंज, खोटही, रामबाग, केरवनिया, मनियाछपरा, पगार के मिश्रौली, सहित अनेक गांवों व चौराहों पर धड़ल्ले से बिना भवन के ही झोपड़ी व कटरैन तथा टीन शेड में तमाम विद्यालय नया सत्र आते ही संचालित होना शुरू हो गए हैं। ऐसे विद्यालयों द्वारा प्रचार वाहनों से अच्छी शिक्षा दिलाने का दावा किया जाता है। किराये की जमीन पर झोपड़ी व कटरैन डालकर सीबीएसई व आइसीएसई बोर्ड के पैटर्न के आधार पर छात्रों को शिक्षा देने के नाम पर अभिभावकों को आकर्षित किया जा रहा हैं। यही नहीं कापी किताब टाइ बेल्ट और ड्रेस देकर तथा मनमाना शुल्क लेकर अभिभावकों का शोषण भी किया जा रहा है। अनेक विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य
बताकर विद्यालयों द्वारा प्रचार-प्रसार किया जाता हैं। हकीकत यह है कि कुछ विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन तक भी नहीं हैं। इन विद्यालयों में अप्रशिक्षित अध्यापकों द्वारा छात्रों को शिक्षा दिया जा रहा हैं। ऐसे में जहां छात्रों का भविष्य बर्बाद होने की संभावना है, वहीं अभिभावक भी ठगी का शिकार हो रहे हैं और इस मामले मे शिक्षा विभाग के अधिकारी मुकदर्शक बने हुए हैं। बीएसए लालजी यादव ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, जांच करा कार्रवाई की जाएगी।