मैनपुरी : शिक्षकों ने की ऑफलाइन जाँच की माँग, ऑनलाइन जांच में निकल चुकी टेट की फर्जी अंकतालिका, लंबे इंतजार के बाद गुरुजी का सपना साकार
मैनपुरी : परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त हुए 333 शिक्षकों में से 11 शिक्षकों के फर्जी दस्तावेज निकलने के बाद तीन शिक्षकों ने त्याग पत्र दे दिया था। लेकिन अब ये शिक्षक अपने टेट के प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन की जगह ऑफ लाइन सत्यापन कराने की गुहार लगा रहे हैं। 1शिक्षक पात्रता परीक्षा की फर्जी अंकतालिका लगाकर नौकरी पाने वाले 11 शिक्षकों में से चार की सेवाएं पहले ही समाप्त हो चुकी हैं। क्योंकि इन चार शिक्षकों ने आठ महीने से ज्वाइनिंग ही नहीं की थी। बचे सात शिक्षकों में से तीन ने त्याग पत्र दे दिया था। त्याग पत्र देने के बाद अब इन शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय को प्रत्यावेदन देकर गुहार लगाई है कि ऑनलाइन सत्यापन नहीं कराकर उनकी अंकतालिकाओं का ऑफलाइन सत्यापन करा लिया जाए। इन शिक्षकों को नौकरी दिलाने वाला दलालों का एक रैकेट भी जिले में सक्रिय है। जो इन शिक्षकों की मदद करने में जुटा है। आखिर जांच कमेटी इनके प्रमाण पत्र को ऑनलाइन सत्यापन कर फर्जी घोषित कर चुकी है और बर्खास्तगी का नोटिस दे चुकी है तो भला ऑफलाइन सत्यापन में इनके टेट के प्रमाण पत्र असली किस विधि से जो जाएंगे। विभाग भी इस बात को लेकर परेशान है कि ये शिक्षक बर्खास्तगी से बचने के लिए इस तरह के प्रत्यावेदन दे रहे हैं। हालांकि जांच कमेटी ने फिलहाल इनकी बर्खास्तगी को तो टाल दिया है लेकिन दो दिन के अंदर इस प्रकरण का निस्तारण होना संभव है।
त्याग पत्र देने वाले तीन शिक्षकों ने भी अपने टेट की अंकतालिका का ऑफलाइन सत्यापन कराने के लिए प्रत्यावेदन दिया है। पूरा मामला जांच कमेटी के समक्ष रखा जाएगा, उसके बाद निर्णय हो सकेगा।
-भारती शाक्य, प्रभारी बीएसए, मैनपुरी।
लंबे इंतजार के बाद गुरुजी का सपना साकार
मैनपुरी : एक साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गुरुजी का सपना साकार होने जा रहा है। जिले के 137 सहायक अध्यापकों को प्रधानाध्यापक बनाने को हरी झंडी शासन ने दे दी है। एक जुलाई से ये शिक्षक प्रधानाध्यापक के पद पर प्रमोशन पाकर हेड मास्टर का दर्जा प्राप्त कर लेंगे। जिले में 2175 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में 3,368 शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। सहायक अध्यापकों का प्रमोशन शासन की अनुमति से ही किया जाता है। पिछले एक साल से जिले के सहायक अध्यापक हेड मास्टर के पद पर प्रमोशन पाने के लिए प्रयास कर रहे थे लेकिन हर प्रयास में उनके हाथ निराशा ही लगती है। कई बार वह उच्चाधिकारियों से भी प्रमोशन के लिए मिले, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे। लेकिन अब शासन ने इन्हें प्रमोशन देने के लिए शासनादेश जारी कर दिया है। उधर बीएसए ने कहा,सहायक अध्यापकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन करने के लिए शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं। जल्द ही प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। मौजूदा सत्र में 137 सहायक अध्यापक हेड मास्टर हो जाएंगे।