मैनपुरी : गैर जनपदों से आए शिक्षकों को घेरेगी अब जांच की आंच
मैनपुरी : परिषदीय विद्यालयों में एक वर्ष पहले हुई 29 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में नियुक्त हुए 333 शिक्षकों में से 11 के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी निकलने के बाद जांच की आंच पांच सालों में गैर जनपदों से स्थानांतरित होकर आए शिक्षकों को ङोलनी पड़ेगी। विभाग को इस बात का पता चला है कि गैर जनपद से आने वाले 181 शिक्षकों में से कई के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी हैं।
जिले में एक साल पहले 29 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। 22 सितंबर 2015 में 333 गणित और विज्ञान के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे। इनमें से चार शिक्षकों ने पदभार ग्रहण नहीं किया था। जबकि चार शिक्षक ऐसे थे जिनका आठ महीने से वेतन नहीं लगा था। प्रभारी बीएसए से जब इन चार शिक्षकों ने वेतन की गुहार की तो उन्होंने इनके टेट की अंकतालिका को ऑनलाइन सत्यापित कराया। सत्यापन होते ही इनकी पोल खुल गई और ये फर्जी निकल आए। डीएम द्वारा गठित जांच टीम ने जिले में अब तक 11 शिक्षक फर्जी निकाले हैं। जबकि एसआइटी जांच में भी सात शिक्षकों के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग को इस बात की भनक लगी है कि गैर जनपदों से स्थानांतरित होकर आने वाले शिक्षकों में कइयों के दस्तावेज फर्जी हैं। विभाग ने गैर जनपद से आने वाले शिक्षकों की भी जांच प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया है।
जिन शिक्षकों के दस्तावेज जांच में फर्जी पाए गए हैं उनको बर्खास्तगी नोटिस दे दिया है। गैर जनपदों से स्थानांतरित होकर आने वाले शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। इनमें से भी यदि कोई शिक्षक के दस्तावेज संदिग्ध पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी।
-भारती शाक्य, प्रभारी बीएसए