प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश के लिए खोजे नहीं मिल रहे बच्चे
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : बेसिक शिक्षा विभाग को प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश दिलाने के लिए गरीब बच्चे खोजे नहीं मिल रहे हैं। योजना में मिली ढिलाई से प्रवेश की राह आसान हो गई है। अब चालू प्रक्रिया में 46 बच्चों के ही प्रवेश दिए जा चुके हैं जबकि प्रवेश दिलाने की संख्या असीमित है। शासन ने असेवित बस्तियों (जहां सरकारी स्कूल नहीं है) में गरीब बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश दिलाने का निर्देश दिया था। इसके लिए पहले बीपीएल परिवार जैसे गरीबों को योजना का लाभ दिए जाने के निर्देश थे लेकिन अब नए आदेश के तहत किसी भी वर्ग और आय एक लाख वाले अभिभावकों के गरीब बच्चों को मांटेसरी और कान्वेंट स्कूलों में प्रवेश दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। शासनादेश में ढिलाई के बाद भी यह योजना परवान नहीं चढ़ पा रही है। जागरूकता के अभाव में योजना महज 46 बच्चों में सिमट कर रह गई है। इस योजना के तहत प्राइवेट स्कूलों में लगने वाली फीस शासन जमा करता है।