आगरा : एक साथ लगेंगी प्राइमरी व जूनियर की क्लास, परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने नई पहल
जागरण संवाददाता, आगरा : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विभाग ने नई पहल की है। अब जिले में एक ही भवन में चलने वाले प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों की कक्षाएं एक साथ संचालित होंगी। शिक्षक भी एक साथ पढ़ाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों में शिक्षकों की कमी सबसे बड़ी समस्या है। प्राइमरी विद्यालय में छात्र संख्या तो ठीक होती है, लेकिन ज्यादातर विद्यालय में छात्र संख्या के हिसाब से शिक्षक नहीं है। दूसरी तरफ जूनियर विद्यालयों में छात्र संख्या कम होने के बावजूद शिक्षक ज्यादा हैं। ऐसे में अब बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने जिले में एक ही भवन में चलने वाले 425 प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों को चिन्हित किया है। जुलाई से इन विद्यालयों में अब एक से आठ तक की कक्षाएं एक साथ संचालित होंगी। अगर जूनियर विद्यालय में छात्र कम हैं तो उनके शिक्षक प्राइमरी के बच्चों को भी पढ़ाएंगे।
लगेगी अलग-अलग क्लास : बीएसए धर्मेद्र सक्सेना ने बताया कि प्रदेश में आगरा में पहली बार यह पहल की है। जिलाधिकारी से इसके लिए स्वीकृति मिल गई है। अब यहां सभी विषय वार पीरियड लगाकर पढ़ाई कराने की योजना बनाई जा रही है। जुलाई में स्कूल खुलने पर इसका पालन कराया जाएगा।
आगरा: पिनाहट ब्लॉक के 86 शिक्षकों के लिए एक छुट्टी भारी पड़ गई है। गर्मियों की छुट्टी में हिल स्टेशन पर घूमने की बजाए वो बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सरकार ने विद्यालय में समरसता दिवस मनाने के निर्देश दिए थे। बीएसए ने पिनाहट ब्लॉक में अपनी टीमें भेजकर निरीक्षण कराया था। इसमें 86 शिक्षक अनुपस्थित थे। 10 हेडमास्टर को निलंबित और बाकी से स्पष्टीकरण मांगा गया था। शिक्षकों पर हुई कार्रवाई का शिक्षक संघों ने विरोध किया था। दो महीने होने को आए, लेकिन शिक्षक बहाल नहीं हो सके हैं। उनकी गर्मियों की छुट्टी बीएसए कार्यालय के चक्कर काटते-काटते निकल गई हैं। शिक्षकों का कहना है कि वो कई बार बीएसए से मिल चुके हैं, हर बार उन्हें आश्वासन ही मिलता है।