जालौन : ग्रीष्मावकाश में शिक्षक-शिक्षिकाओं से मध्यान्ह भोजन बनवाये जाने के तुगलकी फरमान निराकरण के सम्बन्ध में ।
ग्रीष्मावकाश में शिक्षक-शिक्षिकाओं से मध्यान्ह भोजन बनवाये जाने के तुगलकी फरमान व टास्क फोर्स द्वारा निरीक्षण में विद्यालय बंद पाए जाने या बच्चों के ना मिलने और मध्यान्ह भोजन ना बनवाये जाने पर अध्यापकों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कार्यवाही की मंशा के खिलाफ जनपद के समस्त शिक्षक संगठन (राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पू०मा०) शिक्षक संघ) एकजुट होकर एक साथ बीएसए से मिले व बीएसए को जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौपा।
सभी संगठनो द्वारा सामूहिक रूप से दिए गए ज्ञापन में उच्चाधिकारियों से स्पष्ट कह दिया गया है कि जब तक निम्निखित शर्तें पूरी नहीं की जाती हैं कोई भी अध्यापक मध्यान्ह भोजन नहीं बनवाएगा। अगर किसी भी अध्यापक के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाती है तो सभी संगठन उनके साथ खड़े होंगे और जनपद के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं व्यापक स्तर पर आन्दोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
सभी संगठनों ने जनपद के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं से अपील की है कि उन्हें किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है अगर एमडीएम की वजह से किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाती है तो सभी संगठन उनके हितों की रक्षा के लिए उनके साथ खड़े होंगे।
उच्चाधिकारियों के सामने रखी गयी शर्तें/मांगे :-
1- ग्रीष्मावकाश के अलावा शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की तरह वर्ष में किसी भी प्रकार के अर्जित आदि अवकाश देय नहीं है। चूंकि 21 मई से 30 जून 2016 के मध्य 41 दिन की छुट्टियां एमडीएम की बलि चढ़ रही है। अतः शासनादेश के अनुसार खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आदेशित करके शिक्षकों की सेवापुस्तिका में उपार्जित अवकाश दर्ज करवाये जायें।
2- जनपद में बड़ी संख्या में मुस्लिम अध्यापक-अध्यापिकाएं भी सेवारत हैं और 7 जून से रमजान शुरू हो रहा है। अतः इस भीषण गर्मी में रोजे रखने वाले अध्यापकों के विद्यालय जाने पर उनके बीमार होने की पूरी सम्भावना है।
3- भीषण गर्मी, तपन, लू व गर्म हवाओं को देखते हुए 11:00 बजे छात्रों की स्थिति भयावह हो जाती है इसलिए मध्यान्ह भोजन संचालन का समय प्रातः 06:30 से 8:30 किया जाये।
4- रसोइया मानदेय, कन्वर्जन कॉस्ट, खाद्दान्न माह जून 2016 तक का उपलब्ध कराया जाये।
5- वर्ष के पिछले महीनों की भांति जून माह में भी राजपत्रित एवं साप्ताहिक अवकाश दिये जायें।
6- विद्यालय में जितने भी अध्यापक सेवारत हैं, कार्यदिवसों को विभाजित करके चक्रानुक्रम में सभी की सहभागिता सुनिश्चित की जाये। जिससे एक ही अध्यापक को प्रतिदिन विद्यालय ना जाना पड़े।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र राजपूत जी , उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ठाकुरदास यादव जी , उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पू०मा) शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष लक्ष्मीकांत रावत जी, उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पू०मा) शिक्षक संघ के जिला संरक्षक मा० रामबालक व्यास जी, प्रताप भानू यादव जी , सुरेश वर्मा जी, विकास गुप्ता जी, बृजेश श्रीवास्तव जी, नित्यानंद प्रजापति जी, सुनील निरंजन जी, अरविन्द स्वर्णकार जी, नृपाल यादव जी, गिरधर अनुरागी जी, कमलापति तिवारी जी, अमित निरंजन जी, मनोज सिंह, बृजेश कुमार सिंह, आदि अध्यापक मौजूद रहे।
📌 जालौन : ग्रीष्मावकाश में शिक्षक-शिक्षिकाओं से मध्यान्ह भोजन बनवाये जाने के तुगलकी फरमान निराकरण के सम्बन्ध में ।
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