शत प्रतिशत विद्यालयों में नामांकन और ठहराव के लिए शिक्षाधिकारियों ने बनाई रणनीति
जागरण संवाददाता, एटा: शिक्षा समग्र विकास की रीढ़ है, उन्नति और सम्मान की प्रतीक भी, यह बात शिक्षित तो समझ रहे हैं, लेकिन अधिकांश अभिभावक आज भी अनभिज्ञ हैं। यही वजह है कि वे बच्चों को नियमित विद्यालय नहीं भेज रहे, लेकिन सही मार्ग दिखाना शिक्षकों का दायित्व है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य सुनील कुमार ने गुणवत्ता संवर्धन कक्ष में गुरुवार को खंड शिक्षाधिकारियों और समन्वयकों की बैठक के दौरान स्कूल चलो अभियान पर चर्चा की।
प्रवेश उत्सव के रूप में स्कूल चलो अभियान मनाए जाने को लेकर शिक्षाधिकारियों और समन्वयकों ने सामूहिक रणनीति बनाई। अभियान की शुरूआत के लिए तैयारियों पर होमवर्क भी किया। इस दौरान डायट प्राचार्य सुनील कुमार ने कहा कि कोई भी बच्चा विद्यालय से बाहर न रहे। इसके लिए एक जुलाई से शुरू हो रहे स्कूल चलो पखवाड़े की सफलता को अभी से जुटना होगा। उन्होंने तैयारियों के बाबत दिशा निर्देश दिए। कहा कि 30 जून तक सभी समन्वयकों के साथ ब्लॉक स्तर पर बैठक कर विद्यालय की कार्य योजना तैयार करें।
प्रशिक्षण प्रभारी संजय शर्मा ने कहा कि तैयारी किसी भी कार्य की सफलता को सुनिश्चित करती है। यदि शिक्षक हाउस होल्ड सर्वे भली-भांति कर लेंगे तो ¨चहित बच्चों को विद्यालय लाने में अधिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कासगंज गीता वर्मा, उप बेसिक शिक्षाधिकारी श्रीकांत पटेल ने भी शतफीसद नामांकन व बच्चों के ठहराव के प्रति संकल्प लिया।
इस दौरान अन्य शिक्षाधिकारी वंदना सैनी, महेश पटेल, प्रमोद कुमार, गिरंद ¨सह पटेल, सहसमन्वयक संजीव तिवारी, ओमेंद्र ¨सह चौहान, प्रवेश कुमार, नर¨सह भान, प्रवीन कुमार, शंकरदेव पाठक, शैलेंद्र द्विवेदी के अलावा डायट संकाय के सदस्यगण मौजूद थे।