शिक्षकों के प्रमोशन की राह में कांटे ही कांटे : 16,448 शिक्षक भर्ती के चलते पदोन्नति की रफ्तार सुस्त, शिक्षकों को नहीं मिल रहा लाभ, वरिष्ठता सूची में शामिल होने बाद भी लाभ से वंचित
जासं, इलाहाबाद: प्रमोशन की बाट जोह रहे शिक्षकों को और इंतजार करना होगा। 16,448 शिक्षक भर्ती के चलते पदोन्नति की रफ्तार सुस्त हो गई है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया निपटने के बाद ही प्राइमरी के प्रधानाध्यापक को जूनियर स्कूलों का सहायक बनाया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में 800 कार्यवाहक प्रधानाध्यापक कार्य कर रहे हैं। पदोन्नति नहीं होने की वजह से शिक्षकों में रोष है। वरिष्ठता के क्रम में शामिल होने के बाद भी प्रमोशन की कार्रवाई अधर में है, जबकि कई बार प्रमोशन की मांग को लेकर शिक्षक नेता बीएसए को ज्ञापन सौंप चुके हैं। बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।
दरअसल, शिक्षकों का प्रमोशन जून माह में होना था। इस संबंध में बीस ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारियों से पदोन्नति के क्रम में आने वाले शिक्षकों की वरिष्ठता सूची मांगी गई थी। लेकिन बाबुओं की लापरवाही के चलते अभी तक सूची जिले को उपलब्ध नहीं हो सकी है। जिसके चलते पदोन्नति प्रक्रिया बाधित है। वरिष्ठता सूची नहीं जारी होने की वजह से शिक्षकों को प्रमोशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस वजह से शिक्षकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने बताया कि वरिष्ठता सूची प्राप्त हो चुकी है। सोलह हजार 448 शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिक्षकों के प्रमोशन कर दिए जाएंगे।