बस्ती : कस्तूरबा में मिली सिर्फ 50 फीसद उपस्थिति, बीएस के निरीक्षण में मिलीं ढेरों कमियां, पटरी पर नहीं आ पा रही पढ़ाई
जागरण संवाददाता, बस्ती: जुलाई का तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है। स्कूलों में बच्चों की अनुपस्थिति चिंता का विषय बन गई है। कई स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षक व बच्चे हैं वहां पढ़ाई का स्तर काफी खराब है। गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम सिंह ने बहादुरपुर ब्लाक के दर्जन भर स्कूलों का निरीक्षण किया। एकाध को छोड़ हर जगह व्यवस्था लचर मिली। बहादुरपुर कस्तूरबा स्कूल में 97 बच्चों में से 43 ही स्कूल में मिले। यहां बच्चों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की गई। शेखपुरा जूनियर हाईस्कूल में मात्र 12 बच्चों का अबतक नामांकन हुआ था जिनमें से एक भी स्कूल नहीं आए थे। यहां प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक का वेतन बाधित किया गया। प्राथमिक विद्यालय शेखपुरा में 35 बच्चों में से सिर्फ 15 उपस्थित रहे। प्राथमिक विद्यालय कनैला खुर्द में 110 बच्चों में से 65 उपस्थित रहे।
बीएसए ने बताया कि यहां के बच्चों से सवाल जवाब के बाद इस बात का अंदाजा लगा कि शिक्षक बच्चों पर ध्यान दे रहे हैं। जांच के दौरान बच्चे कक्षा में पढ़ते मिले। पूर्व माध्यमिक विद्यालय कनैला में 205 नामांकित बच्चों में से 102 उपस्थित रहे। यहां भी बच्चों से सवाल जवाब के बाद शिक्षकों की मेहनत नजर आई। यहां प्रधानाध्यापक अताउर्रहमान सहित सभी स्टाफ मौजूद रहा। कनैला खास प्राइमरी स्कूल में भी 50 फीसद बच्चों की उपस्थिति रही। सेमरा के स्कूल में नामांकन संतोषजनक न होने के कारण प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। यहां शिक्षकों के आपसी विवाद के कारण बच्चों का नामांकन प्रभावित हो रहा है।
विवाद सुलझाने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है। सिधावल विद्यालय में 89 बच्चों का नामांकन हुआ है लेकिन उपस्थिति मात्र तीन बच्चों की रही। प्रधानाध्यापक का वेतन काटने का निर्देश दिया गया। इसी तरह अइलिया स्कूल में 62 में से 20 बच्चे मिले, सोनहा में 48 में से 25 बच्चे मिले। बीएसए ने बताया कि जहां बच्चों की उपस्थिति व ठीक थी तथा बच्चों की शिक्षा का स्तर ठीक था वहां तो अध्यापकों को शाबासी दी गई लेकिन जहां बच्चों की उपस्थिति भी कम रही और शिक्षा स्तर ठीक नहीं रहा वहां के शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालय में बनेगा अभिभावक रजिस्टर : बीएसए ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में अभिभावक रजिस्टर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिनमें बच्चों के साथ उनके अभिभावकों के नाम, पता, मोबाइल नंबर दर्ज होंगे। जो बच्चा स्कूल नहीं आएगा अध्यापक उसकी सूचना रजिस्टर में दर्ज करेंगे। अभिभावक से संपर्क कर स्कूल न आने का कारण पता करेंगे तथा रजिस्टर पर उसे अंकित कर अभिभावक का हस्ताक्षर करने के बाद खुद का हस्ताक्षर करेंगे। इसका पालन न करने वाले प्रधानाध्यापकों व सहायक अध्यापकों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
दो स्कूलों को बंद करने के निर्देश: जांच के दौरान यशोदा एजुकेशनल एलिया और कौशल किडस कुशौरा बाजार को बगैर मान्यता के चलते पाया गया। बीएसए ने बताया कि यशोदा एजुकेशनल स्कूल के पास कक्षा पांच तक की मान्यता है लेकिन इनके यहां पढ़ाई कक्षा दस तक हो रही है। जबकि कौशल किड्स के पास कोई मान्यता नहीं है। दोनों स्कूलों के जिम्मेदारों से तत्काल स्कूल बंद कर देने का निर्देश दिया गया है। साथ ही स्कूल बंद न करने की दशा में सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।