लखनऊ : स्कूल खुलते ही वोटर लिस्ट सुधारने में लगाई ड्यूटी, टीचर बना दिए BLO स्कूलों में पढ़ाई ठप !
लखनऊ : नया सत्र शुरू होते ही शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) के तौर पर लगा दी गई। ये टीचर मतदाता सूचियां सुधारेंगे। हालत यह है कि कुछ ब्लॉक में तो 80 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों की ड्यूटी इस काम में लगा दी गई है। अब अभिभावक और शिक्षक परेशान हैं कि पढ़ाएगा कौन/ शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त करने के आदेश खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं। इससे शिक्षकों में खासी नाराजगी है।
चिनहट ब्लॉक में 325 टीचर, 286 बीएलओ
प्रदेश भर में शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगाई गई है। हालांकि यह ड्यूटी जिला प्रशासन के अफसर बीएसए की राय से ही लगाते हैं, लेकिन जिला प्रशासन से संख्या तय कर दी जाती है कि कितने शिक्षकों की ड्यूटी लगानी है। फिर भी यह ध्यान रखना अफसरों का काम है कि पढ़ाई प्रभावित न हो। लेकिन अभी जो ड्यूटी लगाई गई है उसमें तो कई ब्लॉक ऐसे हैं जहां कई स्कूल बंद होने की नौबत आ गई है।
लखनऊ के चिनहट ब्लॉक में करीब 325 शिक्षक हैं। इसमें से 286 शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगा दी गई है। हालांकि स्कूल खाली होने पर शिक्षकों ने शिकायत की तो बीएसए ने ड्यूटी में संशोधन करने का आश्वासन दिया है।
छुट्टी के बाद वोटर लिस्ट सुधारने का काम
शिक्षकों की ड्यूटी कई कामों में लगाई जाती है। यह मामला हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा। हाल ही में हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेश का पालन कराने के लिए कहा है, जिसमें कहा गया है कि शिक्षकों की ड्यूटी सिर्फ छुट्टियों में या स्कूल अवधि के बाद लगाई जाए। इसी आधार पर शिक्षकों से कहा जा रहा है कि स्कूल की छुट्टी होने के बाद बीएलओ की ड्यूटी करें।
शिक्षकों की ड्यूटी पूरे साल किसी न किसी दूसरे काम में लगी रहती है। इससे अच्छी पढ़ाई मुश्किल है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
- प्रदेश महामंत्री प्राथमिक शिक्षक संघ
खराब पढ़ाई का सारा ठीकरा शिक्षकों पर ही फोड़ दिया जाता है। यदि अच्छी पढ़ाई करानी है तो शिक्षकों को अन्य ड्यूटी से मुक्त रखना होगा।
- प्रदेश अध्यक्ष, प्रशिक्षित शिक्षक स्नातक असोसिएशन
डबल ड्यूटी से शिक्षक नाराज
वहीं शिक्षक नाराज हैं कि छुट्टी के बाद यह काम करने का मतलब है कि शिक्षकों को डबल ड्यूटी करनी होगी। मतदाता पुनरीक्षण का काम ऐसा है जो कभी खत्म नहीं होता। तीन-तीन महीने के लिए ड्यूटी बढ़ा दी जाती है। उनका कहना है कि वे पढ़ाने के साथ ही मतदाता सूची में सुधार का काम कैसे कर सकते हैं। टीचरों का कहना है कि शिक्षा का अधिकार के तहत जनगणना, दैवी आपदा और निर्वाचन कार्य के अलावा दूसरे कामों में शिक्षकों की ड्यूटी न लगाई जाए।
यह काम निर्वाचन आयोग के आदेश पर दिया जाता है। इस आवश्यक ड्यूटी से इनकार नहीं किया जा सकता। इस बारे में बीएसए को निर्देश दिए गए हैं कि कोई स्कूल बंद न हो। जहां ज्यादा टीचरों की ड्यूटी लगाई गई है, वहां संशोधन के भी निर्देश दिए गए हैं।
- महेंद्र सिंह राणा, एडी बेसिक, लखनऊ मंडल