स्कूल है या तालाब के बीच बना खंडहर
लालगंज (रायबरेली): नगर से सटे ग्राम सूदनखेड़ा मजरे आलमपुर के प्राथमिक विद्यालय को देखकर ऐसा लगता है
लालगंज (रायबरेली): नगर से सटे ग्राम सूदनखेड़ा मजरे आलमपुर के प्राथमिक विद्यालय को देखकर ऐसा लगता है मानों किसी शिक्षा के मंदिर नही बल्कि भूतिया खंडहर में आ गए हों। महज तीन कमरों में चलने वाले विद्यालय के ठीक सामने स्थित सहन की जगह पर जलभराव के चलते तालाब की स्थिति है। बगल में स्थित खडंजा मार्ग भी पानी से डूबा है। तीनों कमरों में न तो दीवारों पर प्लास्टर है, न फर्श पर। जर्जर दीवारों एवं छत के नीचे कच्ची फर्श पर टाट पट्टी पर बैठकर बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। दो कमरों की स्थिति बद से बदतर हो जाने के चलते एक कमरे में ही बच्चों को पढ़ाने, एमडीएम का सामान रखने, शिक्षिकाओं के बैठने की व्यवस्था है। स्कूल में शौचालय की कोई व्यवस्था नही है। बाहरी बरामदे में आवारा जानवर आकर फर्श की मिट्टी खोद डालते हैं, जिसे प्रतिदिन बराबर कराना पड़ता है। 55 बच्चे पंजीकृत होने के बाद भी दो चार बच्चे बामुश्किल स्कूल पहुंचते हैं।