शिक्षक नहीं तो कहीं बंद मिले स्कूल
बदायूं : ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद भी परिषदीय विद्यालयों का रवैया नहीं सुधरा। विद्यालय खुलने के पहले दिन ही शिक्षक अनुपस्थित मिले, तो कहीं विद्यालय ही बंद रहा। स्थिति यह रही कि कुछ स्कूलों में महज दो चार विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। कई जगह न तो फल बंटे या न ही एमडीएम बना। सोमवार को जब अफसरों का दल पहले दिन पढ़ाई और फल वितरण का हाल जानने निकला। तब यह स्थिति मिली। लापरवाही पर बीएसए ने अनुपस्थित सोलह शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए हैं। जबकि विद्यार्थियों की कम उपस्थति पर स्पष्टीकरण तलब किया है।
परिषदीय विद्यालयों में पहले ही दिन पढ़ाई व्यवस्था बेपटरी रही। विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी अनुपस्थित मिले। बिना किताबों के मौखिक पढ़ाई का सिलसिला चला। सुबह जब आठ बजे स्कूल खुले, तो अधिकांश विद्यालयों में विद्यार्थी पहुंचे ही नहीं। बाद में शिक्षकों ने गांवों में संपर्क साधकर बच्चों को बुलाया। वह भी इसलिए क्योंकि अफसरों का निरीक्षण प्रस्तावित था। हालांकि इसके बाद भी डेढ़ दर्जन से अधिक शिक्षक या तो गैरहाजिर रहे, या फिर समय से पहले ही स्कूल बंद कर निकल लिए। बिल्सी में एसडीएम को निरीक्षण में दो स्कूल बंद मिले। जबकि दातागंज के उरैना स्थित परिषदीय विद्यालय में फल वितरण नहीं हुआ। बिहारीपुर में फल बांटे गए।