इलाहाबाद : पत्रचार केंद्र नहीं बनेंगे व्यक्तिगत परीक्षा अग्रसारण केंद्र
इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के लिए व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के अग्रसारण केंद्र की नीति में बदलाव किया है। अब जो विद्यालय पत्रचार केंद्र बनाए जाएंगे वह व्यक्तिगत परीक्षा अग्रसारण केंद्र नहीं होंगे। यही नहीं यूपी बोर्ड में इधर लगातार परीक्षार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है इसलिए अग्रसारण केंद्र (हाईस्कूल व इंटर दोनों) की अधिकतम सीमा बढ़ा दी गई है। पत्रचार केंद्र की भी अग्रसारण सीमा बढ़ गई है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2016 की परीक्षा तैयारियों के दौरान अग्रसारण केंद्रों पर क्षमता से अधिक आवेदन आने पर शासन से अनुमति लेनी पड़ी थी। इस बार यूपी बोर्ड ने अग्रसारण आवेदन क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था जिस पर मुहर लगा दी गई है। नई नीति के मुताबिक हर अग्रसारण केंद्र पर हाईस्कूल के 600 एवं इंटर के 400 यानी कुल 1000 अधिकतम छात्रों का अग्रसारण किया जा सकेगा। पिछले वर्ष तक यह संख्या हाईस्कूल में 500 एवं इंटर में 300 छात्र रही है। यही नहीं जिन राजकीय विद्यालयों में पत्रचार केंद्र बनाए जाएंगे उन विद्यालयों को व्यक्तिगत परीक्षा का अग्रसारण केंद्र नहीं बनाया जाएगा। इसी तरह से जिन अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को इंटरमीडिएट का पत्रचार केंद्र बनाया गया है उनको भी व्यक्तिगत परीक्षा का अग्रसारण केंद्र नहीं बनाया जाएगा। नीति को सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेज दिया गया है।
यूपी बोर्ड में बदला नियम
🌑 हर केंद्र से हाईस्कूल के 600 व इंटर के 400 छात्रों का होगा अग्रसारण
🔴 इंटरमीडिएट पत्रचार अग्रसारण की सीमा बढ़ाकर 800 छात्र की गई