फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वाले छह शिक्षक बर्खास्त
लखनऊ मंडल में राजकीय स्कूलों के छह शिक्षकों को शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया गया है। नियुक्ति के लिए लगाए गए अंक पत्र और अन्य प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के चलते ये कार्रवाई की गई है। सभी जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। ये रायबरेली, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के राजकीय स्कूल में कार्यरत थे।
लखनऊ मंडल में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक (एलटी ग्रेड) में पुरुष वर्ग के 216 पदों पर भर्ती के लिए सितंबर 2012 में विज्ञापन निकाला गया था। अभ्यर्थियों की वरीयता सूची के अनुसार कटऑफ मेरिट 4 फरवरी 2014 को जारी की गई थी। शैक्षिक अभिलेखों की जांच के लिए 17 और 18 फरवरी को काउंसलिंग भी हुई। इसके बाद नियुक्ति पत्र जारी कर कार्यभार ग्रहण करा दिया गया।
जुलाई 2014 से राजकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले इन शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच के लिए अंक पत्र डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद भेजे गए तो अभ्यर्थियों के कागजात मुहर लगकर वापस आ गए। विभाग को मामला संदिग्ध लगा तो दोबारा सत्यापन कराया गया। इस पर विश्वविद्यालय ने सभी अंकपत्र और प्रमाणपत्र फर्जी होने की पुष्टि कर दी। विश्वविद्यालय द्वारा पुष्टि कराए जाने के बाद सभी छह अभ्यर्थियों को बर्खास्त कर दिया गया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक दीप चन्द ने बताया कि इनमें से किसी भी अभ्यर्थी का वेतन जारी नहीं किया गया था। इनके अलावा, करीब 15 अन्य मामलों में जांच की जा रही है।