फर्जी मार्कशीट से बन गए थे टीचर, नौकरी गई, अब जाएंगे जेल
फर्जी मार्क्सशीट के सहारे नौकरी करने वाले लखनऊ मंडल के छह शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। ये शिक्षक मंडल सीतापुर, लखीमपुर और रायबरेली के विद्यालयों में तैनात थे। मेरिट में चयनित होने की वजह से शपथ पत्र लेकर इन शिक्षकों को तैनाती दे दी गई थी।
शैक्षिक प्रमाणपत्रों की सत्यापन रिपोर्ट न आने की वजह से इन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा था। सत्यापन रिपोर्ट में इन शिक्षकों के मार्क्सशीट फर्जी पाए जाने के बाद मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक ने इन्हें बर्खास्त कर दिया है।
फर्जीवाड़ा के आरोप में इन शिक्षकों पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 26 सितंबर 2012 को विज्ञापन जारी किया गया था। मेरिट के आधार पर चुने गए अभ्यर्थियों की काउंसलिंग फरवरी 2014 में हुई थी।
इसके बाद चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराने की प्रक्रिया शुरू हुई। कई बार पत्र लिखने के बावजूद संबंधित बोर्ड या विवि से इन अभ्यर्थियों के सत्यापन नहीं भेजे जा रहे थे। इस वजह से शपथपत्र लेकर इन्हें जॉइन करा दिया गया था। बाद में हुए सत्यापन में इनके मार्क्सशीट फर्जी पाए गए।