हमीरपुर : स्कूल में बच्चे लगाते झाड़ू, मना करने पर होती पिटाई, हेडमास्टर पर गिरी गाज
हमीरपुर जागरण संवाददाता: गांव का परिषदीय स्कूल कभी भी समय से नहीं खोला जाता, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ही स्कूल का ताला खोलते हैं, बच्चों से ही स्कूल में झाडू लगवाया जाता है, अगर बच्चों ने मना कर दिया तो अध्यापक उनकी पिटाई करते है, बच्चों से गुटखा मंगाया जाता है। गांव में बने परिषदीय स्कूल में तैनात अध्यापकों की शिकायतों का पुलिंदा लेकर ग्रामीण डीएम कार्यालय पहुंचे। ग्रामीणों ने डीएम के सामने शिक्षकों की सारी कलाई खोल कर रख दी। डीएम ने जांच कराने का आश्वासन दिया।
मुस्करा विकास खंड के बांधुर खुर्द गांव निवासी कालीदीन, महेश्वरीदीन, बच्चा, नौरंगी, करन, मइयादीन, भानुप्रताप सिंह, अजय कुमार सिंह आदि जिलाधिकारी उदयवीर के पास पहुंच कर गांव के प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षकों की शिकायत की। ग्रामीणों ने बताया कि कभी भी समय से स्कूल नहीं खोला जाता। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूली बच्चों से अध्यापक अपनी-अपनी मोटर साइकिल साफ कराते है। अभिभावकों द्वारा विरोध किया जाता है तो शिक्षक कहते है कि अगर बच्चों को यहां पढ़ाना है तो यह सब बच्चों को करना ही होगा।
ग्रामीणों ने कहा कि अध्यापकों की डर की वजह से बच्चे स्कूल जाने से भी कतराते हैं। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी मई जून में मिड-डे-मील नहीं बनवाया गया था। गांव के अजय सिंह ने फोन से इसकी शिकायत बीएसए से की थी। बीएसए द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर अध्यापकों के हौसले बुलंद है। ग्रामीणों ने मांग की है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूल की जांच करा कर लापरवाह अध्यापकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
''ग्रामीणों द्वारा जो शिकायत की गई है, वह पत्र मिला है, स्कूल का औचक निरीक्षण किया जाएगा, जो भी अध्यापक लापरवाही करते मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, बच्चों से भी जानकारी ली जाएगी, अगर मामला सही पाया गया तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।''
- इंद्रजीत प्रजापति, बेसिक शिक्षा अधिकारी हमीरपुर।