एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

चंदौली : नक्सल क्षेत्र के विद्यालयों में अध्यापकों का टोटा

0 comments

नक्सल क्षेत्र के विद्यालयों में अध्यापकों का टोटा



चकिया (चंदौली) : बेसिक शिक्षा के सुधार के लिए सरकार भले ही पानी की तरह पैसा बहा रही है पर हकीकत में

चकिया (चंदौली) : बेसिक शिक्षा के सुधार के लिए सरकार भले ही पानी की तरह पैसा बहा रही है पर हकीकत में कुछ नहीं हो रहा है। विद्यालयों में अध्यापकों की कमी से शिक्षा का बंटाधार होता जा रहा है। अध्यापकों की कमी के चलते दर्जनों प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय राम भरोसे चल रहे हैं। अधिकांश विद्यालय चहारदीवारी विहीन हैं। विद्यालयों में हमेशा पशु विचरण करते रहते हैं। नक्सल प्रभावित इलिया इलाके के परिषदीय विद्यालयों की ओर नजर करें तो स्थिति चौकाने वाली है। प्राथमिक विद्यालय रोहाखी, निचोट कला, ताला, तेंदुई, लेहरा, कटवा माफी, डेहरी, घोड़सारी समेत शहाबगंज ब्लाक के 12 प्राथमिक व मनकपड़ा, सैदूपुर, माल्दह, खखड़ा समेत 37 पूर्व माध्यमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन चल रहे हैं। सहायक शिक्षकों के सहारे शिक्षा की गाड़ी खींची जा रही है। शिक्षकों के अभाव में पठन पाठन पूरी तरह प्रभावित है। शिक्षण कार्य के अलावा विद्यालयों की दशा खराब है। उसरी, सांवर सोत, सुल्तानपुर, गांधी नगर समेत तमाम विद्यालयों की अ‌र्द्ध निर्मित चहारीवारी के कारण पशुओं का विचरण बराबर बना रहता है। पशु विद्यालय परिसरों में पहुंचकर गंदगी फैलाते हैं। गंदगी के चलते विद्यालय का वातावरण दूषित बना रहता है। विद्यालय परिसरों में व्याप्त गंदगी की ओर शिक्षकों सहित उच्चाधिकारियों का ध्यान नहीं है। विद्या का मंदिर घास फूस व गंदगी से जहां तहां पटा पड़ा हुआ है।

क्या कहते हैं अधिकारी

खंड शिक्षा अधिकारी शहाबगंज धर्मेंद्र मौर्य कहते हैं कि शिक्षकों के अभाव में विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन हैं। चहारदीवारी के लिए धन की मांग की गई है। एडीओ पंचायत को पत्र लिखकर नियमित विद्यालयों की सफाई सुनिश्चित कराने को कहा गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।