लखनऊ : दिव्यांग बच्चों के लिए मस्ती की पाठशाला, नौनिहालों के लिए कल से खुल जाएंगे ‘बचपन’
लखनऊ : दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए शिक्षा जरूरी है। विकलांग जन विकास विभाग की ओर से खेल-खेल में ऐसे बच्चों को शिक्षा का उपहार देने के लिए ‘बचपन’ स्कूल अब तैयार हैं। निशातगंज स्थित स्कूल में सोमवार से ऐसे बच्चों के लिए शिक्षण का कार्य शुरू हो जाएगा।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार के ऐसे बच्चे जो शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते। उनका चिह्न्ीकरण कर जिला विकलांगजन विकास अधिकारी ‘बचपन’ में प्रवेश कराते हैं। दृष्टिबाधित, मूकबधिर और मानसिक मंदित बच्चों का ही प्रवेश किया जाता है। प्रत्येक में 20 सीटें भरी जाएंगी। कुल 60 सीटों पर प्रवेश होगा। तीन से सात वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश होगा। बच्चों को घर आने और ले जाने की निश्शुल्क व्यवस्था होगी। ऐसे बच्चों को प्रवेश कराने के इच्छुक अभिभावक कैसरबाग स्थित जिला विकलांग जन विकास अधिकारी कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
बचपन’ स्कूल में खेल-खेल में शिक्षा का ज्ञान देने का प्रयास किया जाता है। जुलाई से स्कूल खुलने के साथ ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। सोमवार से शिक्षण कार्य शुरू हो जाएगा।
- अनुपमा मौर्या उप निदेशक, विकलांग जन विकास
मोहान रोड स्थित राजकीय ममता विद्यालय में होगा। अधीक्षिका डॉ. सुधा सक्सेना ने बताया कि 15 जुलाई तक होगा। आयु सीमा छह से 18 साल होगी। विद्यालय में निश्शुल्क भोजन व रहने की व्यवस्था होगी। ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं का ही प्रवेश होगा।