जूनियर टीईटी पास भी अब बन सकेंगे जीआईसी शिक्षक
फैसला लिया गया कि विषयवार अध्यापकों को पर्सनल समन भेजे जाएंगे।PC: Demo pic
अब राजकीय माध्यमिक एवं राजकीय इंटर कॉलेजों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती में बीएड के साथ जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी। शासन स्तर पर इस संबंध में विचार किया जा रहा है कि मेरिट से एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हो जाने से शिक्षकों की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। वर्ष 2011 में जूनियर टीईटी पास करने वालों के लिए सरकार ने उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29,334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की भर्ती के अलावा कोई पद घोषित नहीं किए हैं। शासन की इस नई पहल से जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों को नौकरी का मौका मिल सकेगा। सरकार के इस निर्णय के बाद मेरिट से होने वाली एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े पर लगाम लग सकती है।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव को शिक्षाधिकारियों ने बैठक के दौरान सलाह दी कि एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती में मेरिट के फेर में बड़ा फर्जीवाड़ा हो रहा है। इसलिए एलटी ग्रेड की भर्ती में बीएड के साथ जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी प्राथमिकता दी जाए। इससे जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों को नौकरी में मौका मिलेगा और फर्जीवाड़े पर अंकुश भी लगाया जा सकेगा। अधिकारियों का कहना था कि जूनियर टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियाें का प्रमाणपत्र चेक करने के बाद ही उन्हें टीईटी का प्रमाणपत्र जारी किया जाता है, ऐसे में फर्जीवाड़े पर रोक लग सकेगी।
राजकीय इंटर कॉलेज एवं राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा छह से दसवीं तक पढ़ाने के लिए एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती होती है, इसके लिए शैक्षिक अर्हता स्नातक और बीएड तय है। एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर होती है। प्रदेश के राजकीय कॉलेजों में 6145 पदों पर एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया तीन वर्ष बाद भी पूरी नहीं हो सकी। इस भर्ती में बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर अभ्यर्थियों ने नौकरी हासिल कर ली थी, प्रमाणपत्रों की जांच में फर्जीवाड़ा खुल जाने के बाद अभ्यर्थियों ने ज्वाइन ही नहीं किया।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में शामिल होने गए इलाहाबाद मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती में बीएड के साथ जूनियर टीईटी पास को वरीयता देने की पहल का शिक्षामंत्री ने स्वागत किया। उन्होंने इसको शीघ्र लागू करने का आश्वासन दिया है। जूनियर भाषा टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों को इस भर्ती में मौका मिल सकेगा। ऐसे में एनसीटीई की ओर से कक्षा छह से आठवीं तक पढ़ाने के लिए टीईटी पास करने का मानक भी पूरा हो सकेगा।