महराजगंज : एरियर भुगतान के लिए महराजगंज में शिक्षकों का प्रदर्शन, करीब 11 सौ नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन का एरियर भुगतान नहीं हो पाया
हिन्दुस्तान टीम, महराजगंज । महराजगंज में बेसिक शिक्षा विभाग के नवनियुक्त शिक्षकों ने एरियर भुगतान के लिए मंगलवार को सदर बीआरसी से जिला मुख्यालय तक नारेबाजी करते हुए पैदल जुलूस निकाला। वे अपने साथ वित्त एवं लेखाधिकारी को भी सदर बीआरसी से बीएसए कार्यालय तक ले गए।
करीब 11 सौ नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन का एरियर भुगतान नहीं हो पाया है। ये शिक्षक अप्रैल से ही एरियर की मांग कर रहे हैं। तीन बार डीएम को भी पत्रक भी दे चुके हैं। उनके मुताबिक अन्य जिलों में दो सत्यापन के आधार पर ही एरियर भुगतान किया गया है। महराजगंज में भी नवनियुक्त 400 शिक्षकों का एरियर दो सत्यापन पर ही भुगतान किया गया लेकिन बाकी शिक्षकों के एरियर भुगतान के लिए लेखा विभाग नया नियम बना रहा है।
एरियर भुगतान की मांग को लेकर नवनियुक्त शिक्षक सोमवार से पुराने बीएसए कार्यालय पर धरने पर बैठे हैं। इस बीच मंगलवार को लेखाधिकारी धरनारत शिक्षकों से मिले। उन्होंने कहा कि बीएसए लिखित आदेश दे दें तो वह भुगतान कर देंगे। इस पर शिक्षक उन्हें ही साथ लेकर पैदल ही बीएसए कार्यालय पहुंच गए।
महराजगंज : नव नियुक्त शिक्षकों ने सोमवार को बीएसए कार्यालय के सामने नारेबाजी के बीच प्रदर्शन किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, वित्त एवं लेखाधिकारी को खरी-खरी सुनाई और एरियर का भुगतान करने में लापरवाही का आरोप लगाया। प्रदर्शन के बाद बीएसए को सौंपे ज्ञापन में शिक्षकों ने लिखा है कि 1100 शिक्षकों में से सिर्फ 400 शिक्षकों को ही एरियर का भुगतान किया गया है। शेष बचे 700 शिक्षकों के एरियर का भुगतान आपके कार्यालय द्वारा जानबूझकर नहीं किया जा रहा है। नव नियुक्त सभी शिक्षकों के मूल अभिलेख नियुक्ति के समय 31 जनवरी 15 व तीन फरवरी 15 को ही जमा करा लिए गए थे। इनका सत्यापन डेढ़ वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी नहीं कराया गया जो घोर विभागीय लापरवाही को दर्शाता है। चूंकि सत्यापन विभाग का गोपनीय मामला है ऐसे में इस कार्य के विलंब के लिए बेसिक शिक्षा विभाग पूर्ण रूप से उत्तरदायी है। प्रदेश के सोनभद्र, मिर्जापुर, देवरिया, कौशाम्बी, राय बरेली, बहराइच, जौनपुर आदि जिलों में शिक्षकों के एरियर का भुगतान दो सत्यापन पर कर दिया गया। ऐसे में महराजगंज के शिक्षकों को एरियर का भुगतान न किये जाने से स्पष्ट होता है कि यहां के अधिकारी शिक्षकों का उत्पीड़न करने पर आमादा हैं। वैसे भी बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित प्राथमिक विद्यालय में विभिन्न जनपदों में एरियर भुगतान के नियम अलग-अलग कदापि नहीं हो सकते। राजकुमार सिंह के नेतृत्व में आए शिक्षकों ने कहा कि एरियर का भुगतान कर सभी नव नियुक्त शिक्षकों का वेतन तत्काल लगाया जाए और शिक्षकों के लगातार हो रहे उत्पीड़न पर रोक लगायी जाए। सेवा पुस्तिका के नाम पर होने वाली अवैध वसूली बंद हो। इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और अकारण निलंबन रोका जाए। यदि अविलंब कार्रवाई नहीं की गई तो सभी नव नियुक्त शिक्षक बीएसए कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे