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पीलीभीत : शिक्षक को राष्ट्रपति पुरस्कार, पीलीभीत के चंदोई के रहने वाले शिक्षक अब्दुल वाहिद अमरिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में शिक्षा दे रहे हैं। उनकी ज्वाइनिंग तीन नवंबर 1982 में हुई थी

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पीलीभीत : शिक्षक को राष्ट्रपति पुरस्कार, पीलीभीत के चंदोई के रहने वाले शिक्षक अब्दुल वाहिद अमरिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में शिक्षा दे रहे हैं। उनकी ज्वाइनिंग तीन नवंबर 1982 में हुई थी
   
पीलीभीत। पीलीभीत के शिक्षक का चयन राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। शिक्षक दिवस के दिन पांच सितम्बर को दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम के लिए उन्हें बुलावा आ गया है। पीलीभीत के चंदोई के रहने वाले शिक्षक अब्दुल वाहिद अमरिया के उच्च प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में शिक्षा दे रहे हैं। उनकी ज्वाइनिंग तीन नवंबर 1982 में हुई थी। वे कई स्कूलों में शिक्षण कार्य कर चुके हैं।

अब्दुल वाहिद ने बताया कि तीन सितम्बर को उन्हें दिल्ली के विज्ञान भवन में बुलाया गया है। चार सितम्बर को कार्यक्रम का रिहर्सल होगा। उसके बाद पांच सितम्बर को मुख्य कार्यक्रम होगा। इस दौरान उन्हें राष्ट्रपति पदक, दो साल का सेवा विस्तार और 50 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि वे अब 60 साल के हो रहे हैं। कुछ ही समय में रिटायर होने वाले थे, लेकिन अब दो साल और शिक्षा दे सकेंगे। वे अपने स्कूल में लगभग सभी विषय पढ़ाते हैं, लेकिन उनका खास लगाव उर्दू से रहा है।

उनका कहना है कि सभी विषयों को पढ़ाने के लिए वे उर्दू भाषा में रोचक और सरल अंदाज में कोशिश करते हैं। वे कविता और कहानी भी लिखने के शौकीन हैं। वे अपने विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देते हैं। उनका कहना है कि सरकार की ओर से उनकी ओर से दी जा रही शिक्षा को पहचाना गया। इससे परिवार, गांव और शिक्षकों में हर्ष का माहौल है। 

छह साल बाद मिला पीलीभीत को पुरस्कार

अब्दुल वाहिद के कारण पीलीभीत का छह साल सूखा आखिरकार खत्म हो गया। हर साल दस से 12 नाम पीलीभीत जिले से जाते रहे, लेकिन पुरस्कार लायक कोई नहीं मिला। लेकिन आखिरकार अब्दुल वाहिद को यह पुरस्कार प्राप्त हो गया। इस साल भी कई नाम जिले से गए थे, लेकिन अब्दुल वाहिद का काम सबसे बेहतर पाया गया।

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