रायबरेली : बीएसए को घेरने का प्रयास, दी हादसे की सूचना, बीएसए की गाड़ी को पुलिस ने लिया कब्जे में, एक्सीडेंट का आरोप
जागरण संवाददाता, रायबरेली : शिक्षकों का स्थानांतरण करने का दबाव न मानने पर बीएसए जीएस निरंजन की एक सपा नेता द्वारा लखनऊ-रायबरेली हाइवे पर बने एक होटल पर घेराव करने का प्रयास किया। बीएसए को मामले की सूचना मिलते ही वे रफूचक्कर हो गए। सपा नेता ने करीब 20 मिनट होटल के बाहर बीएसए का इंतजार किया पर बीएसए नहीं आए। तभी एक हादसे की जानकारी 100 नंबर पर पुलिस को दी गई। कार की घेराबंदी करने को चौराहों पर पुलिस लगा दी गई, लेकिन कार को पुलिस ने होटल के बाहर बरामद किया। पुलिस के मुताबिक जोकि बीएसए की प्राइ्वेट कार है। मंगलवार की देर शाम बीएसए जीएस निरंजन लखनऊ-इलाहाबाद हाईवे के किनारे एक नामी होटल में रुककर नाश्ता करने गए थे। इसकी जानकारी शिक्षकों के माध्यम से सपा नेता को हुई। सूचना मिलते ही सपा नेता ने बीएसए का घेराव कर शिक्षकों का स्थानांतरण की बात करने होटल पहुंचे। लेकिन सपा नेता के वहां पहुंचने की भनक लगते ही बीएसए पहले ही निकल गए, लेकिन होटल के बाहर उनकी प्राइवेट और सरकार कार खड़ी रही। जिसकी रिकार्डिंग में होटल के सीसीटीवी कैमरे है। सपा नेता ने करीब बीस मिनट तक बीएसए का इंतजार कर किया, लेकिन वे नहीं आए।
इस दौरान रत्नाकर सिंह ने 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को सूचना दी कि मारूति की स्विफ्ट यूपी 32 जीए 4411 ने उनकी बाइक में टक्कर मार कर फरार लखनऊ की ओर भाग निकली है। आनन-फानन पुलिस ने नाकाबंदी की। करीब दस मिनट रत्नाकर सिंह ने फिर से पुलिस को सूचना दी कि जो कार टक्कर मार के भागी है वो लखनऊ-इलाहाबाद के समीप बने एक होटल के बाहर खड़ी है। इसी बीच कार में ड्राइवर की सीट के नीचे नशीला पदार्थ की पैकेट छिपा दी गई। म्सिविल लाइन चौकी इंजार्ज ने कार को अपने कब्जे में लेकर चौकी ले आई। पुलिस कर्मियों द्वारा कार उठाने की जानकारी जब बीएसए को हुई तो बीएसए ने तत्काल पूरी सूचना एसपी के सीयूजी नंबर दी। जिसमें बताया गया कि सपा नेता द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर दवाब बनाया जा रहा है। चौकी इंजार्च विजय नारायण शुक्ला ने बताया कि 100 नंबर पर रत्नाकर सिंह ने एक्सीडेंट की सूचना दी थी, जोकि वायरलैस पर दी गई। उसी आधार पर कार को होटल के बाहर से उठा कर चौकी लाया है। मामला संदिग्ध है मामले की जांच करायी जा रही है।
बीएसए का फोन आया था कि जिस पर उन्होंने बताया कि सपा नेता द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण का दबाब बनाया जा रहा है। जिसे इन्कार कर दिया गया, इसलिए उन्हें एक्सीडेंट के मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त मामले में शहर कोतवाल को मामले की जांच सौंपी गई है। गलत करने वाले को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
-विनय कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक, रायबरेली।