नाव के सहारे पहुंच रहे शिक्षक
सगड़ी देवरांचल में देवारावासियों की मुसीबतें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। दूसरी तरफ बाढ़ प्रभावित परसिया के प्राथमिक विद्यालय बाढ़ के पानी से घिर गया है। बच्चों को पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाया जा रहा है। हरैया ब्लॉक का प्राथमिक विद्यालय बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। इसके कारण बच्चे और शिक्षक विद्यालय में नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस विद्यालय में कुल 88 छात्र पंजीकृत हैं। बाढ़ का पानी विद्यालय में घुस गया। इस कारण बच्चों को शिक्षक गांव निवासी रामानंद के दरवाजे पर स्थित पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ा रहे हैं।
बताते चलें कि जुलाई माह के प्रथम सप्ताह से घाघरा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। बाढ़ से क्षेत्र के लगभग 25 गांव प्रभावित हैं। चक्की गांव तो चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। इससे चक्की गांव स्थित विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षक नाव के सहारे गांव में पहुंच रहे हैं। वैसे तो हरैया विकास खंड में कुल 117 जूनियर और 55 प्राइमरी विद्यालय हैं। इनमें से 10 विद्यालय ऐसे हैं, जो बाढ़ क्षेत्र में स्थित हैं।
इन विद्यालयों में पहुंचने के लिए बच्चों के साथ ही अध्यापकों को भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। परसिया विद्यालय के प्रधानाध्यापक दुलारे यादव ने कहा कि जब नदी का जलस्तर बढ़ता है तो विद्यालय पानी से घिर जाता है। इसकी सूचना 2006 से ही बीआरसी पर दी जा रही है। वहीं, बीडीओ सत्यप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि प्रधानाध्यापक को कह दिया गया है कि वह बच्चों का नुकसान न हो, इसके लिए पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था कर लें।