लखनऊ : सीएम आवास घेरने निकले शिक्षकों पर लाठीचार्ज
लखनऊ । नियमितीकरण की मांग को लेकर सीएम आवास घेराव के लिए निकले शिक्षकों पर पुलिस ने रविवार को लाठीचार्ज कर दिया। शिक्षकों को दौड़ा कर पीटा गया। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने अभद्रता का आरोप भी लगाया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद शिक्षकों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया।
सुबह करीब दस बजे से ही अनुदानित महाविद्यालय/विश्वविद्यालय स्व वित्त पोषित अनुमोदित शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों शिक्षक जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पार्क में एकजुट हो गए। काफी देर तक चली नारेबाजी के बाद सभी लोग संघ के प्रदेश अध्यक्ष केएस पाठक के नेतृत्व में सीएम आवास की ओर चल दिए। वह बाहर निकले ही थे कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। प्रदर्शनकारी रुकने को तैयार नहीं थे। तभी दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। मामला बिगड़ता देख पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। अंत में पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिए गए।
शिक्षकों का कहना है कि वह काफी समय से आन्दोलनरत हैं। बीती सात अगस्त को भी उन्होंने सीएम आवास और सपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। उच्च शिक्षा मंत्री ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिला कर प्रदर्शन समाप्त करवा दिया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस दौरान अजय यादव, राजवीर और मयंक जोशी आदि शिक्षक शामिल रहे।
700 से ज्यादा का होना है नियमितीकरण
संगठन के संयोजक डॉ. विनय मिश्रा ने बताया कि अनुदानित महाविद्यालय/विश्वविद्यालयों जिनमें अवध विवि फैजाबाद, बुंदेलखंड विवि, बीबीएयू आगरा, बरेली विवि, एमजी काशी विद्यापीठ बनारस और पूर्वांचल विवि जौनपुर शामिल हैं, के 721 शिक्षक हैं जिनका नियमितीकरण होना है। ये लोग पिछले 10-15 वर्षों से कार्य परिषद द्वारा अनुमोदित वेतनमान पर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि तकरीबन दो वर्षों से यह आंदोलन चल रहा है। दो हफ्ते पहले सम्बंधित जिलों के जिलाधिकारियों को ज्ञापन दिया गया, उससे पहले संगठन के लोगों ने सीएम और दो दिन पहले शिक्षा मंत्री से भी मुलाकात की। वहां से इन्हें बताया गया कि फाइल मूव हो रही है, जल्द ही समाधान भी होगा।